मुंबई। लेजेंड्री डायरेक्टर-लेखक सत्यजीत रे की कहानियों पर आधारित नेटफ्लिक्स मूवी रे रिलीज हो गई है। मनोज बाजपेयी की इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार कर रहे फैंस को रे में मनोज ने मुसाफिर अली से रुबरू करवाया है। श्रीजीत मुखर्जी, वसन बाला और अभिषेक चौबे ने रे की क्लासिक शॉर्ट स्टोरीज को पर्दे पर बड़े शानदार अंदाज में पेश किया है।
मिर्जापुर के बाद रे में अली फजल का काम काबिले तारीफ है। जिस तरह उन्होंने इप्सित का कैरेक्टर निभाया, ऐसा लगता है जैसे ये उन्हीं के लिए बना था। केके मेनन ने इंद्राशीष के किरदार में बहुत ही उम्दा परफॉर्मेंस दी है। मनोज बाजपेयी मुसाफिर अली के रोल में क्या खूब जंचे। इस कहानी में गजराज राव के साथ मनोज बाजपेयी की केमिस्ट्री लाजवाब रही है। एक सीन में जब गजराज राव बच्चों की तरह मुंह फुला लेते हैं, वहां गजराज की एक्टिंग पर तालियों की कमी महसूस होती है। हर्षवर्धन कपूर ने भी ‘स्पॉटलाइट’ में बेहतरीन काम किया है।
क्या वाकई इप्सित को भूलने की बीमारी हो गई है या यह सब कुछ किसी का प्लान था? प्रोस्थेटिक की मदद से बदला लेने का प्लान कर रहा इंद्राशीष कैसे अपने ही जाल में फंस जाता है। मुसाफिर अली के उर्दू लफ्ज और शायराना अंदाज वाह-वाह करने को मजबूर कर देंगे और अगर कहें कि करियर में फ्लॉप चल रहे हर्षवर्धन कपूर को क्या स्पॉटलाइट मिल पाई या नहीं? इन सभी सवालों का जवाब आपकों फिल्म रे में देखने को मिलेगा।