दिल्लीः टोक्यो ओलंपिक में भारत के 100 से ज्यादा खिलाड़ीयों को ओलंपिक टिकट मिला है पर महज 19 साल की खिलाड़ी ने सभी देशवासियों की निगाहे अपनी तरफ कर ली है। देश को हरियाणा के जींद जिले की पहलवान अंशु मलिक से काफी उम्मीदें हैं। देशवासी अंशु मलिक से गोल्ड मेडल की आस लगाए बैठे हैं। वहीं अंशु भी रात-दिन एक कर देशवासियों का ये सपना पूरा करने की कोशिश में लगी हैं। हरियाणा के जींद जिले के छोटे से गांव निडानी से दंगल की शुरुआत करने वाली अंशु मलिक अब टोक्यो ओलंपिक का टिकट लेकर पोलैंड में प्रैक्टिस कर रही हैं।
अंशु मलिक के पिता धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि उनकी बेटी ग्राउंड पोजिशन में थोड़ी कमजोर है, जिसपर अंशु ने काफी मेहनत भी की है. इसके अलावा पेंडिंग में उनकी बेटी काफी मजबूत है. अंशु मलिक के पिता ने ये भी बताया कि अंशु ने पहलवानी की शुरुआत 2016 में सीबीएसएम स्पोर्ट्स कॉलेज से की थी।
अंशु मलिक की मां मंजू मलिक ने बताया कि खेल की प्रेरणा अंशु को उनकी दादी ने दिलाई थी । दादी से प्रेरणा मिलने के बाद अंशु ने 2013 से खेल शुरू कर दिया था, इसके बाद उन्होंने लगातार मेडल हासिल किए हैं । अंशु की मां ने कहा कि परिवार के सभी लोग अंशु का बेटे की तरह ही ध्यान रखते हैं और खूब लाड करते हैं जब अंशु गांव में रहती है तो वो 4 घंटे सुबह और शाम को 4 घंटे प्रैक्टिस करती है । इस बार उन्हें पूरी उम्मीद है कि अंशु मेडल लेकर आएगी और देश का नाम रोशन करेगी।
गौरतलब है कि टोक्यो में 23 जुलाई से 8 अगस्त तक ओलंपिक खेलों का आयोजन किया जाएगा। अंशु मलिक जब अखाड़े में उतरेंगी तो पूरे देश को उनसे गोल्ड मेडल की की आस रहेगी। अंशु को भी देश की उम्मीदों का बखूबी अंदाजा है। यही वजह है कि वो दिन-रात जी तोड़ मेहनत कर रही हैं और आप बस दुआ कीजिए।