सेना का फर्जी अधिकारी बनकर देश के विभिन्न राज्यों के एक हजार से अधिक लोगों से दस करोड़ रुपये से अधिक की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने हरियाणा के नूंह से दो ठगों को गिरफ्तार किया है। हालांकि गिरोह का सरगना फरार हो गया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 10 डेबिट कार्ड, पांच पीओएस मशीन और 2 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। वहीं इनके खाते में जमा 2 लाख 37 हजार रुपये फ्रीज करवा दिए हैं।
साइबर क्राइम थाना सेक्टर-36, नोएडा की प्रभारी निरीक्षक रीता यादव ने बताया कि गाजियाबाद निवासी एके माहेश्वरी ने शिकायत दी थी कि उन्होंने अपने फ्लैट को किराए पर देने के लिए ऑनलाइन विज्ञापन दिया था। कुछ लोगों ने आर्मी अफसर बनकर उन्हें फोन किया था और फ्लैट किराये पर लेने की इच्छा जताई। उन्होंने क्यूआर कोड के माध्यम से एडवांस पेमेंट देने की बात कही।
उनके भेजे कोड को स्कैन किया तो उसके खाते से एक लाख तीन हजार रुपये निकल गए। इसके बाद आरोपियों से कोई संपर्क नहीं हो पाया। जांच के बाद पुलिस ने इस मामले में बृहस्पतिवार को नूंह जिले के गांव ठेक से शमशेर और शफी मोहम्मद को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, सरगना शाहरुख फरार हो गया।
दोनों आरोपी शाहरुख के साथ मिलकर फर्जी आर्मी अफसर बन कर ओएलएक्स, मैजिक ब्रिक्स, 99 एकर्स आदि साइटों पर दिए विज्ञापन से डाटा लेकर लोगों को फोन करते थे। वे आर्मी अधिकारी बताकर लोगों का विश्वास जीत लेते थे और बाद में सामान खरीदने -बेचने, फ्लैट किराए पर लेने के लिए लोगों को फोन करते और एडवांस पेमेंट के नाम पर क्यूआर कोर्ड भेजकर उनके खातों से लाखों रुपये निकाल लेते थे।
शाहरुख का पिता हैं सरपंच
शाहरुख के पिता ठेक गांव के सरपंच है। इस गांव के बहुसंख्यक लोग इसी तरह की ठगी में लिप्त हैं और सैन्य अधिकारी बनकर देश भर के लोगों को चपत लगाते हैं। दोनों आरोपी दसवीं पास है। गिरोह में काफी लोग शामिल है जो अलग अलग इलाकों में ठगी करते हैं।
लड़की की फर्जी आईडी बनाकर करते हैं ब्लैकमेल
आरोपी काफी शातिर हैं। ये लोग लड़की की फर्जी आईडी पर फेसबुक व अन्य सोशल साइट पर जुड़ जाते हैं। इसके बाद रात में लोगों से अश्लील चैट करते हैं। इसी दौरान युवकों का अश्लील वीडियो बना लेते हैं और पुलिस से शिकायत करने की धमकी देते हैं। इसकी एवज में युवकों से मोटी रकम वसूलते हैं।