दिल्लीः टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद आसमां सरीखी बुलंदियां छूने वाले नीरज चोपड़ा को यह अहसास है कि आने वाले समय में उनका प्रदर्शन अगर उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा तो जो लोग उन्हें हाथों हाथ ले रहे वही बाद में उनकी निंदा करेंगे। नीरज खुलासा करते हैं कि यही कारण है कि वह हर हाल में 90 मीटर की जादुई दूरी को जल्द से जल्द छूना चाहते हैं।
एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए नीरज चोपड़ा के अनुसार वह टोक्यो ओलंपिक के बाद से पहली बार एनआईएस पटियाला में तैयारियां शुरू कर चुके हैं। नीरज फिल्हाल अपनी फिटनेस पर काम कर रहे हैं। उन्हें मालूम है कि अगला साल उनके लिए काफी अहम है। राष्ट्रमंडल और एशियाई खेल होने हैं और इन दोनों ही खेलों में उन्हें अपने खिताब की रक्षा करनी है। इस लिए जल्द से जल्द उन्हें भाला फेंकने के लिए अपने पुराने रिद्म में आना पड़ेगा।
मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड से होंगे सम्मानित
नीरज को देश के सर्वोच्च खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड से चुना गया है। 13 नवंबर को राष्ट्रपति भवन में वह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों यह अवार्ड ग्रहण करेंगे। नीरज के साथ 11 अन्य खिलाडिय़ों को यह अवार्ड दिया जाएगा।