लखनऊः आरआरबी एनटीपीसी रिजल्ट (RRB NTPC Result) को लेकर युवाओं का विरोध-प्रदर्शन लगातार बढ़ता जा रहा है। बिहार में पिछले एक-दो दिन से लगातार अलग-अलग स्थानों पर युवाओं और छात्रों के द्वारा ट्रेनें रोके जाने और रेलवे पटरियों को जाम करने की घटनाएं सामने आई हैं। सोमवार शाम को राजेंद्र नगर टर्मिनल पर तो पुलिस को आंसू गैस और लाठीचार्ज भी करना पड़ा। करीब, 500 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया है।
इसके बावजूद, मंगलवार सुबह नालंदा के बिहार शरीफ रेलवे स्टेशन पर सैकड़ों युवा आरआरबी एनटीपीसी रिजल्ट (RRB NTPC CBT-1 Result) के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए पटरियों पर जमा हो गए। पटना, आरा और नालंदा में भी प्रदर्शन हुए हैं। इसे लेकर राज्य की सियासत भी गरमाने लगी है। इस कारण देशभर में कई प्रमुख ट्रेनों के संचालन पर असर पड़ा है। कई ट्रेनें डायवर्ट की गई हैं तो कई देरी से चल रही हैं। आइए जानते हैं आखिर आरआरबी एनटीपीसी रिजल्ट 2021 को लेकर क्यों नाराज हैं युवा और क्यों काटा जा रहा है रेल पटरियों पर बवाल …
RRB NTPC CBT-1 Result क्या है पूरा मामला?
रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की ओर से नॉन टेक्नीकल पॉपुलर कैटेगरी (एनटीपीसी) भर्ती सीबीटी-1 परीक्षा के रिजल्ट 14 व 15 जनवरी, 2022 को जारी किए गए थे। परीक्षा में लगभग एक करोड़ से ज्यादा उम्मीदवार पंजीकृत हैं। इस परिणाम के आधार पर सीबीटी-2 यानी दूसरे चरण की परीक्षा के लिए उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया जाना है। उम्मीदवारों ने आरोप लगाया है कि आरआरबी एनटीपीसी परिणाम में धांधली हुई है।
RRB NTPC Recruitment 2019 में जारी हुई थी अधिसूचना
रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा 2019 में आरआरबी एनटीपीसी (RRB NTPC) भर्ती के लिए देश भर में 35 हजार पदों पर चयन प्रक्रिया शुरू करने के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया था। इस भर्ती में विभिन्न ग्रेड की 13 भर्तियां शामिल हैं, जिसे सात स्लॉट में विभाजित किया गया है। इसमें सीबीटी-1 और सीबीटी-2 परीक्षा के माध्यम से दो चरणों में क्रमश: 20 व 8 गुना अभ्यर्थियों को क्वालीफाई किया जाना प्रस्तावित था। अधिसूचना में लिखा कि इसे जरूरत के अनुसार घटाया एवं बढ़ाया भी जा सकता है।
RRB NTPC CBT-1 Result पर क्यों हैं विवाद?
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि आरआरबी एनटीपीसी भर्ती (RRB NTPC Recruitment) नोटिफिकेशन के अनुसार सीबीटी-1 महज स्क्रीनिंग परीक्षा है। इसके अंक मुख्य परीक्षा में नहीं जोड़े जाएंगे। इसके अलावा आरआरबी ने जोन वाइज कुल पदों के 20 गुना अभ्यर्थियों को क्वालीफाई घोषित किया जाना था। लेकिन आरआरबी द्वारा विभिन्न स्लॉट में पदों की संख्या को आधार मानकर अलग- अलग हर स्लॉट के लिए उनके पदों का 20 गुना अभ्यर्थियों को क्वालीफाई घोषित किया है।
RRB NTPC Result इससे क्या फर्क पड़ा?
इससे ज्यादा अंक यानी मेरिट लिस्ट में आने वाले उम्मीदवार सभी स्लॉट की स्क्रीनिंग लिस्ट में चयनित हो गए। इसके कारण बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों का सीबीटी-2 के लिए प्राथमिक चयन एक से अधिक स्लॉट में ओवरलैप हो रहा है। इससे परीक्षा में क्वालीफाई करने वाली अभ्यर्थियों की वास्तविक संख्या 20 गुना के बजाय महज 5-6 गुना रह गई है। इसे लेकर ही उम्मीदवारों में नाराजगी है। क्योंकि, सीमित संख्या में ही अभ्यर्थी आरआरबी एनटीपीसी भर्ती (RRB NTPC Recruitment Result) के दूसरे चरण यानी सीबीटी-2 परीक्षा में भाग ले पाएंगे।
विवाद पर रेलवे भर्ती बोर्ड का क्या है कहना?
रेलवे भर्ती बोर्ड के स्पष्टीकरण में कहा गया है कि ऐसा कहीं भी उल्लेख नहीं किया गया था कि दूसरे चरण की कंप्यूटर आधारित परीक्षा (सीबीटी-2) के लिए सात लाख अलग-अलग उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा। आरआरबी (RRB) द्वारा जारी किए गए बयान में कहा गया है कि दूसरे चरण में पांच अलग-अलग स्तरों की कंप्यूटर आधारित परीक्षा (सीबीटी) होती है। इसमें एक उम्मीदवार को उसकी पात्रता, योग्यता और विकल्प के अनुसार एक से अधिक स्तरों के लिए चयनित किया जा सकता है। इसलिए, सात लाख रोल नंबरों की सूची में कुछ नाम एक से अधिक सूची में दिखाई देंगे। अंतिम चयन के दौरान उम्मीदवार को एक पद पर नौकरी मिलेगी।
रिजल्ट पर सियासत भी गरमाई
आरआरबी एनटीपीसी रिजल्ट (RRB NTPC Result) को लेकर इसे लेकर राज्य की सियासत भी गरमाने लगी है। विपक्षी दलों ने बिहार और केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव भी प्रदर्शनकारी युवाओं के समर्थन में उतरे हैं। उन्होंने मांग की है कि छात्रों का मांग पूरी की जाए। अन्यथा युवाओं को ऐसा सैलाब उमड़ेगा, जिसे रोक पाना असंभव होगा।