लखनऊः आज सुबह 8 बजकर 12 मिनट पर स्वर कोकिला व भारत रत्न लता मंगेशकर ने ब्रीज कैंडी अस्पताल में आखिरी सांस ली। भले ही वो आज हमारे बीच नहीं है। लेकिन लता जी के ऐसे तमाम किस्से है, जिन्हें सुनकर आप लोग हैरान हो जाएंगे। चाहे फिर वो उनके बचपन से जुड़ा हो या फिर उनके करियर से। तो चलिए जानते है उनके जीवन के कुछ अनसुने किस्सों के बारे में…
लता मंगेशकर को संगीत से बेहद प्यार था वो बचपन से ही संगीत में खूब रुची रखती थी लेकिन उनके पिता पंडित दीनदयाल मंगेशकर ये नहीं चाहते थे की लता जी सिंगर बने, जिसकी वजह से शुरूआती समय में उन्होंने अपनी बेटी को संगीत की शिक्षा नहीं दी। जबकि खुद पंडित दीनदयाल अपने घर में बच्चों को संगीत की शिक्षा देते थे। एक बार की बात है पंडित जी किसी काम में व्यस्त होने की वजह से घर नहीं पहुंच सके। जिस वजह से उनके घर पर आए बच्चे खुद से रियाज करने बैठ गए।
लेकिन उनके घर पर आया एक बच्चा गलत तरीके से गाने का रियाज कर रहा था। जिसे देख छोटी लता जी ने उसे सुधारने की कोशिश करते हुए खुद उस लाइन दोहराना शुरु कर दिया । लेकिन उन्हें नहीं पता था की उनके पिता पीछे खड़े उनके गीत को सुन रहे थे । इस घटना के बाद पिता दीनदयाल ने अपनी पत्नी से कहा की मै दुसरे के बच्चों को गाने की शिक्षा देता हूं लेकिन मुझे ये नहीं पता था की एक गायिका मेरे घर में ही गाना सीख रही है।
इस घटना के बाद से लता मंगेशकर की संगीत शिक्षा शुरू हो गई और उनके पिता ने उन्हें कई समारोह में गाना गाने की आज्ञा दी। जिसके बाद वह जिस भी समारोह में गाना गाने जाती थी। उस समारोह में वंस मोर की आवाज गूजने लगती थी।