लखनऊ। उत्तर प्रदेश का मुरादाबाद जिला देश में पीतल नगरी से नाम से विख्यात हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज (मंगलवार) को इस जिले के ठाकुरद्वारा विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार करने पहुंचे। यहां आने के पहले मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ लखनऊ में पार्टी के लोक कल्याण संकल्प पत्र को जारी किया। भाजपा ने इस संकल्प पत्र में यूपी को देश का नंबर राज्य बनाने का संकल्प किया गया है। ऐसे में इस कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री सीधे ठाकुरद्वारा पहुंचे, तो उन्हें सुनने के लिए मौजूद लोगों ने हर-हर बम-बम के नारे लगाकर समूचे सभास्थल को गुंजा दिया। सभा में मौजूद लोगों के जोश को देख मुख्यमंत्री भी जोश से भर गए और अपने संबोधन में उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) -राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) गठबंधन पर जमकर निशाना साधा। इसके साथ ही साथ अपने पांच साल के कार्यकाल की उपलब्धियां भी गिनाईं।
ठाकुरद्वारा की जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने बिना किसी लाग लपेट के कहा कि पांच साल पहले सपा सरकार में दंगे, बेटियों के साथ छेड़छाड़ होती थी। अब प्रदेश वही है लेकिन पांच साल में स्थिति बदल गई हैं। अखिलेश पिछली सरकार में 700 दंगे हुए और 2017 से 2022 तक एक भी दंगा नहीं हुआ। अब बेटियां स्कूल जाती हैं, शोहदे बाहर निकलने में डरने लगे हैं। पहले त्यौहार से पहले कर्फ्यू लग जाता था, अब तो कोरोना भी कर्फ्यू नहीं लग रहा क्योंकि, आप कांवड़ यात्रा में विश्वास रखते है। अब कावड़ियों का हर हर महादेव, बोल बम बम होता है। उन पर फूल बरसाए जाते हैं। किसी की हिम्मत नहीं की बेटी को छेड़ सके, त्योहार से पहले कर्फ्यू भी भूल जाइए। यह दावा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर सर्वेश सिंह यहां से सांसद होते तो एसटी हसन और शफीकुर्रहमान बर्क तालिबान का समर्थन करने की हिम्मत नहीं करते। सपा -रालोद गठबंधन को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि रालोद वाले अजीत सिंह ने कहा था कि जिस गाड़ी पर सपा का झंडा, समझो उसमें बैठा कोई गुंडा, ये लोग तो लूटने वाले हैं। आज वही सपा के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ रही है। इन पर आप कैसे विश्वास कर सकते हैं।
करीब बीस मिनट के अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की तमाम उपलब्धियों का भी जिक्र किया और कहा कि प्रधानमंत्री ने संकट में देश के लिए कार्य किया फ्री वैक्सीन दी। जबकि सपा वाले तमंचे की फैक्ट्री लगाते थे हम तोप की फैक्ट्री लगा रहे हैं। उन्होंने मुरादाबाद का जिक्र करते हुए यह ऐसा जिला है किसके उत्पाद देश के हर घर में है। अपनी बेटी की शादी में यहाँ बनाए गए पीतल के बर्तन देश में हर वर्ग के लोग देते हैं। सपा बसपा सरकार ने ऐसा कर दिया था कि अब बेटियों की शादी में पीतल के बर्तन नहीं दे पा रहे थे। हमने मुरादाबाद को पीतल की चमक लौटा दी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सपा की सरकार में जनता का पैसा लूटकर इत्र वाले मित्र के घर जाता था। उन इत्र वाले मित्र के लिए हम बुलडोजर लेकर आए हैं। बुलडोजर चलता रहे तो अजय प्रताप सिंह को जिताएं। सर्वेश सिंह आज मंच से अजय प्रताप को समर्थन देने आए हैं। मुख्यमंत्री का यह लोगों को पसंद आया और उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जयकार से सभास्थल को गुंजा दिया।
ठाकुरद्वारा का राजनीतिक महत्व
ठाकुरद्वारा विधानसभा क्षेत्र को यूपी का कोटा यानी कोचिंग हब माना जाता है। यहां खासकर स्टेनोग्राफी सीखने यहां दूर-दूर से युवा आते हैं। स्टेनोग्राफी एक लैंग्वेज है, इसे कोडिंग लैंग्वेज या शार्ट हैंड भी कहा जाता है। लगभग हर सरकारी विभाग में स्टेनोग्राफर की जरूरत होती है। ठाकुरद्वारा सीट मुरादाबाद शहर के अंदर आती है हालांकि शहर से काफी दूर है। यहां से उत्तराखंड नजदीक है। यह सीट मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है। यहां से बीजेपी के कुंवर सर्वेश पांच बार विधायक रह चुके हैं। इस बार अजय प्रताप सिंह भाजपा के टिकट चुनाव मैदान में हैं। सपा के नवाब जान वर्तमान में इस सीट से विधायक हैं और सपा फिर उन्हें चुनाव लड़ा रही है। बसपा ने मुजाहिद अली और कांग्रेस ने सलमा आगा तथा आम आदमी पार्टी ने हाजी भूरे को चुनाव लड़ा रही है। इस सीट पर 14 फरवरी को मतदान होंगे।
राजनीतिक पृष्ठभूमि से देखें तो ठाकुरद्वारा में 1951 में पहली बार चुनाव हुए थे। 1991 से पहले यहां कांग्रेस ने कई बार चुनाव जीता। 1991 में बीजेपी ने यहां से बाजी मारी और कुंवर सर्वेश विधायक बने। इसके बाद 1993, 1996, 2002 और 2012 में भी कुंवर सर्वेश को यहां से जीत हासिल हुई। सिर्फ 2007 में बीएसपी के विजय यादव जीते थे। 2014 में कुंवर सर्वेश के संसद पहुंचने पर यहां हुए उपचुनाव में सपा के नवाब जान ने जीत दर्ज की। इसके बाद 2017 में भी वह दोबारा जीते।