सहारनपुर। उत्तर प्रदेश में पांच साल पहले बीजेपी एक संकल्प के साथ प्रदेशवासियों के सामने आई थी और वो संकल्प था बेटियों की सुरक्षा, गांव, गरीब, किसानों, युवाओं और महिलाओं के उत्थान व विकास के साथ प्रदेश से गुडांराज व माफियाराज को खत्म करने का। भारतीय जनता पार्टी ने पांच साल पहले लिए सभी संकल्पों को पूरा कर एक बार फिर जनता के बीच विकास, सुरक्षा और सुशासन के मुद्दों के साथ चुनावी रण में उतरी है। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को सहारनपुर की जनसभा में कहीं। उन्होंने समाजवादी पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि जो अपराधी, माफिया और गुंडे पिछली सरकार का संरक्षण लेकर प्रदेश में अराजकता फैलाते थे उन सबको बीजेपी सरकार में या तो पलायन करना पड़ा या तो उनकी अवैध संपत्ति पर बीजेपी सरकार ने बुलडोजर चलाने का काम किया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ये वही सहारनपुर है जो सीमांत जिले के कारण पिछली सरकारों में उपेक्षित रहता था उसको बीजेपी सरकार ने विकास के मार्ग से जोड़ने का काम किया। पिछली सरकारों को फुरसत नहीं थी कि वो यहां की सुध लें। लेकिन बतौर मुख्यमंत्री मैं एक दर्जन से ज्यादा बार सहारनपुर के दौरे पर आया हूं। मैंने यहां के विकास कार्यों से जुड़े मुद्दों पर जनप्रतिनिधियों से चर्चा की। सहारनपुर से दिल्ली या सहारनपुर से हरिद्वार मार्ग के निर्माण की बात या मां शाकंभरी देवी के नाम पर विश्वविद्यालय की बात हो
हमारी सरकार ने इन सभी मांगों को भी पूरा किया। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में पूर्वी उत्तर प्रदेश हो या पश्चिम हो या मध्य चारों ओर कोई भी बेटी बहन बेझिझक सड़कों पर कहीं भी निकल सकती है। महिलाओं, व्यापारियों और नागरिकों की सुरक्षा का जो वादा हमारी सरकार ने किया था वो पूरा किया है। कोरोना काल में भी सबको निशुल्क वैक्सीन, निशुल्क टेस्ट, निशुल्क इलाज और निशुल्क राशन भी मिल रहा है।
जब दंगों में जिले जल रहे थे तो सपा सरकार तमाशा देख रही थी-सीएम योगी
पांच साल पहले मुजफ्फरनगर की क्या स्थिति थी ये किसी से छुपी नहीं थी। इसको दंगों की आग में झोंक दिया गया था। तुष्टिकरण की राजनीति के कारण कांधला और कैराना से लोगों को पलायन करना पड़ता था। लेकिन साल 2017 के बाद बीजेपी सरकार में गुंडों व माफियाओं का पलायन हुआ। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने जो कहा वो किया और जो कह रही है वो करके दिखाएगी। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर दंगों में बहन की इज्जत के लिए आवाज उठाने वाले सचिन और गौरव जैसे वीरों की हत्या कर दी गई थी। तब दो लड़कों की जोड़ी कहां थी? क्या सचिन और गौरव जाट नहीं थे निर्दोष किसानों पर गोलियां चलवाई गईं निर्दोष नौजवान मारे गए। इस अन्याय के खिलाफ बीजेपी ने आवाज उठाई थी। तब लखनऊ में बैठकर एक लड़का दंगा करवा रहा था दूसरा लड़का दिल्ली से तमाशा देख रहा था।