बूचाः यूक्रेन के बूचा से हर रोज इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली खबरें सामने आ रही है। यूक्रेन के प्रॉसिक्युटर जनरल के हवाले से बताया गया है कि बूचा के एक चर्च के पास से सामूहिक कब्रगाह में 67 शव दफन मिले हैं। इस अमानविय कृत्य का पता तब चला जब रूसी सैनिकों के हटने के बाद पत्रकार और यूक्रेनी लोग वहां पहुंचे। जब इन शवों को बाहर निकाला गया तो वे काले थैले में कीचड़ में पंक्तियों में बिछाए गए थे। इनमें ज्यादातर शवों में गोली लगने के निशान भी मिले हैं।
शुक्रवार को प्रॉसिक्युटर जनरल इरीना वेनेडिक्तोवा ने कहा कि अब तक 18 शव मिल चुके हैं, जिसमें 16 शवों पर गोलियों और बाकी 2 शवों पर गोलियों और धारदार हथियारों के निशान हैं। इरीना वेनेडिक्तोवा ने कहा, इसका मतलब है कि उन्होंने ‘नागरिकों को जान से मार दिया. गोली भी मारी’।
शुक्रवार को बूचा की यात्रा के दौरान, यूरोपीय आयोग के प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा कि नागरिकों की हत्या रूस के बर्बर हमलों को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि इससे पुतिन की सेना का खूंखार चेहरा नजर आता है। प्रॉसिक्युटर जनरल का दफ्तर इन मौतों सहित अन्य मामलों की जांच कर रहा है, जो युद्ध अपराध से जुड़ी हैं।
इरीना वेनेडिक्तोवा ने कहा, जांच में यूरोपीय संघ भी शामिल है और हम गतिविधि में सहयोग कर रहे हैं। दूसरी ओर मॉस्को ने जोर देकर कहा है कि यह दावा कि रूसी सैनिकों ने बुचा में नागरिकों को मार डाला, एक जालसाजी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नागरिकों पर हमले के बीच यूक्रेन के कई इलाके रूस के कब्जे में हैं। कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि युद्ध का रुख यूक्रेन की तरफ मुड़ने लगा है।