काबुल : पाकिस्तान और तालिबान के बीच तनाव बढ़ रहा है। दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान ने खैबर पख्तूनख्वा में हो रहे आतंकवादी हमलों और अपने जवानों की मौत का बदला लेने के लिए अफगानिस्तान पर बम बरसाए। शनिवार को तालिबान ने पाकिस्तान को धमकी देते हुए पाकिस्तानी हमलों की निंदा की। पाकिस्तानी कार्रवाई में लगभग 41 अफगानों की मौत हो गई और पाकिस्तानी सेना और तालिबानी बलों के बीच झड़प की भी खबरें आई थीं।
तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने रॉयटर्स से कहा कि इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान, अफगानिस्तान की धरती पर पाकिस्तान की ओर से हुई बमबारी और हमले की कड़े शब्दों में निंदा करती है। प्रवक्ता ने कहा कि यह क्रूरता है और इससे अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच दुश्मनी बढ़ेगी। हम इस तरह के हमलों को रोकने के लिए सभी विकल्पों का इस्तेमाल कर रहे हैं और अपनी संप्रभुता का सम्मान करने की अपील करते हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी पक्ष को यह पता होना चाहिए कि अगर युद्ध शुरू हुआ तो यह किसी के हित में नहीं होगा। इससे क्षेत्र में अस्थिरता पैदा होगी।
‘सब्र का इम्तेहान न लें’
ट्विटर पर इस हमले की निंदा करते हुए जबीउल्लाह ने कड़े शब्दों का इस्तेमाल किया। तालिबानी प्रवक्ता ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान खोस्त और कुनार में शरणार्थियों पर पाकिस्तान के हमलों की कड़े शब्दों में निंदा करती है। अफगानिस्तान सरकार पाकिस्तानी पक्ष से आह्वान करती है कि ऐसे मामलों में अफगानों के संयम की परीक्षा न ले और ऐसी गलती दोबारा न करे नहीं तो इसके बुरे नतीजे भुगतने होंगे। दोनों देशों के बीच समस्याओं को राजनीतिक तरीकों से सुलझाना चाहिए।
खोस्त में लगे पाकिस्तान विरोधी नारे
अल जजीरा के मुताबिक फिलहाल इस मामले पर पाकिस्तानी सेना ने कोई बयान जारी नहीं किया है। शनिवार को सैकड़ों अफगान नागरिक खोस्त की सड़कों पर उतर आए और पाकिस्तान विरोधी नारेबाजी की। पिछले साल अगस्त में काबुल पर कब्जा करने के बाद से पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा विवाद बढ़ रहा है। इस्लामाबाद का दावा है कि आतंकी संगठन अफगान धरती से पाकिस्तान पर हमला कर रहे हैं। हालांकि तालिबान ने आतंकवादियों को पनाह देने से इनकार किया है।
2700 किमी की सीमा पर आमने-सामने पाकिस्तान-तालिबान
पाकिस्तान अफगानिस्तान के साथ मिलती अपनी 2700 किमी की सीमा, जिसे डूरंड लाइन कहा जाता है, पर बाड़ लगा रहा है जिससे तालिबान नाराज है। अफगानिस्तान में यूनाइटेड नेशन्स असिस्टेंट मिशन (UNAMA) ने कहा है कि वह हवाई हमलों में हुई नागरिकों की मौतों पर बेहद चिंतित है और हताहतों की संख्या की पुष्टि कर रहा है। स्थानीय नागरिक एहसानुल्लाह ने भी मरने वालों की संख्या की जानकारी दी है।