लखनऊ। अयोध्या में एक जून को राम मंदिर के गर्भ गृह का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सबसे पहले पत्थर की पटिया रखेंगे। इस दौरान उनके साथ उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, राम मंदिर आंदोलन से जुड़े संत धर्माचार्य व संघ के पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे। मंदिर ट्रस्ट पूजन कार्यक्रम को स्मरणीय बनाने की तैयारी में जुटा हुआ है।
श्रीराम जन्मभूमि तीरथ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोमवार को राम मंदिर के अब तक के निर्माण कार्य की प्रगति रिपोर्ट साझा की। उन्होंने कहा कि सीएम आदित्यनाथ 1 जून को वैदिक रीति-रिवाजों के साथ पहली पत्थर की पटिया रखेंगे। करीब 11 पुजारी सुबह करीब नौ बजे पूजा करेंगे जो सुबह 11 बजे तक चलेगा।
आदित्यनाथ ने 25 मार्च, 2020 को राम जन्मभूमि में टेंट से राम लला को अस्थायी मंदिर में स्थानांतरित कर दिया था। राम मंदिर के मुख्य ढांचे के निर्माण के लिए राजस्थान के भरतपुर जिले के बंसी पहाड़पुर से गुलाबी बलुआ पत्थर का उपयोग किया जाएगा, जबकि मंदिर के गर्भगृह में राजस्थान के मकराना के सफेद संगमरमर का उपयोग किया जाएगा। राम मंदिर के मुख्य ढांचे में करीब 4.70 लाख क्यूबिक फीट नक्काशीदार पत्थरों का इस्तेमाल किया जाएगा।