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महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर सीएम योगी ने अर्पित किए श्रद्धा सुमन

लखनऊ। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धासुमन अर्पित किए। उन्होंने राजधानी के जीपीओ पार्क स्थित गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण करके बापू को नमन किया। इसके उपरांत हजरतगंज स्थित क्षेत्रीय गांधी आश्रम में पहुंचकर मुख्यमंत्री ने बापू को याद किया। यहां मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ने चरखा चलाकर सूत भी काता। इसके पश्चात सीएम योगी शास्त्री भवन एनेक्सी पहुंचे, जहां उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस दौरान डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, ए के शर्मा, बलदेव सिंह औलख और संजय निषाद भी मौजूद रहे।

स्वदेशी का मंत्र ही आत्मनिर्भर भारत का आधार

इससे पूर्व गांधी आश्रम में अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया जिन्हें श्रद्धा और सम्मान के साथ स्मरण करती है, ऐसे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की आज पावन जयंती है। आज पूरा देश उनका स्मरण कर रहा है, उन्हें कोटि कोटि नमन कर रहा है। मैं इस अवसर पर बापू के श्रीचरणों में नमन करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। सैकड़ों वर्ष की गुलामी से मुक्त कराने के लिए बापू का दिया स्वदेशी, स्वच्छता और ग्राम स्वराज का मंत्र ही आज स्वावलंबी और आत्मनिर्भर भारत का आधार बना है। स्वदेशी और स्वावलंबन के उनके नारे ने, कभी ना अस्त होने वाले ब्रिटिश साम्राज्य को भी अस्ताचल की ओर पहुंचा दिया था।

स्वच्छ भारत मिशन आज स्वस्थ भारत मिशन बन गया है

मुख्यमंत्री ने कहा, ”आजाद भारत में बापू की प्रेरणा हम सबके लिए एक नया मार्गदर्शन है। 2014 में सत्ता संभालने के बाद मोदी सरकार ने सबसे पहला कार्य बापू के स्वावलंबन की भावना से प्रेरणा लेकर ही शुरू किया। चाहे बात गरीबों के जनधन अकाउंट खोलने की हो या देश में स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत करने की, इन सबके पीछे महात्मा गांधी की प्रेरणा ही काम कर रही थीं। यही कारण है कि स्वच्छ भारत मिशन आज स्वस्थ भारत मिशन के तौर पर उभरकर सामने आया है। इसके साथ ही साथ यह अभियान नारी गरिमा की रक्षा का माध्यम भी बना है।”

ग्राम स्वराज्य की परिकल्पना को साकार कर रहे गांव में हो रहे कार्य

मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि जब पूरी दुनिया कोरोना से त्रस्त थी तब पीएम ने देश को एक मंत्र दिया था आत्मनिर्भर भारत का। आत्मनिर्भर भारत, मतलब जो लोकल है उसके लिए हम वोकल बनें। अपनी बात पर हम गौरव की अनुभूति करें, बापू भी यही कहते थे। उन्होंने खादी को भारत के स्वावलंबन का आधार बनाया, स्वदेशी और सम्मान का आधार बनाया। ग्राम स्वराज्य की जिस परिकल्पना को कभी बापू ने देखा था, उसे ग्रामीण क्षेत्र में आज चल रहे सरकार के कार्य साकार कर रहे हैं। जो बापू ने कभी प्रेरणा दी, आज पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र और राज्य सरकारें उसे पूरा करने के लिए जी-जान से काम कर रही हैं।

आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश की परिकल्पना को साकार करना होगा

एक जनपद एक उत्पाद (ओडीओपी) की योजना आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने का ही एक अभियान है। आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को प्राप्त करना है तो आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश की परिकल्पना को हम सब को साकार करना होगा। हमें स्वदेशी पर गर्व तो करना ही है साथ ही स्थानीय उत्पादों को प्रमोट भी करना है। अगर वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अपने उत्पादों को खड़ा करना है तो हमें आवश्यक्तानुसार उसके कलेवर को बदलना भी होगा। विगत पांच साल में यूपी ने अपने इन्हीं उत्पादों को प्रोत्साहित किया, तो हमारा एक्सपोर्ट दोगुना हो गया। इससे हम लाखों लोगों को आत्मनिर्भरता और स्वावलंबन की ओर अग्रसर कर रहे हैं। विश्वकर्मा श्रम सम्मान के माध्यम से गांव के हस्तशिल्पी, कारीगरों को सम्मान देकर, उन्हें टूलकिट उपलबध करा के और उन्हें प्रोत्साहित कराने का कार्यक्रम इसी का हिस्सा है।

शास्त्री जी ने भारत को दुनिया की ताकत के रूप में स्थापित किया

आज बापू के अनन्य अनुयायी लाल बहादुर शास्त्री जी की भी जयंती है। उन्होंने बापू के सपने को साकार करने में अपना जीवन खपा दिया। जय जवान जय किसान के नारे के साथ भारत को दुनिया की ताकत के रूप में स्थापित किया। सादगी और सच्चाई के साथ जिए और जब युद्ध थोपा गया तो उन्होंने शत्रु के कैसे छक्के छुड़ाए ये आज भी दुनिया जानती है। सीएम योगी ने बताया कि गांधी जयंती से अगले तीन माह के लिए प्रदेश और केंद्र सरकार ने खादी के उत्पादों पर विशेष छूट देने का फैसला किया है। इस दौरान मुख्यमंत्री सहित सरकार के अन्य मंत्रियों ने गांधी आश्रम से वस्त्रों की खरीदारी भी की।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH