नई दिल्ली। अगर आप सोच रहे हैं कि कोरोना खत्म हो गया है और वो वापस लौटकर नहीं आएगा तो किसी ग़लतफ़हमी में न रहिए। यूरोप में कोरोना के मामले एक बार फिर बढ़ रहे हैं। ऐसी आशंका है कि सर्दियों में भारत में भी कोरोना के केसेज में बढ़ोत्तरी हो सकती है।
यूरोप में जैसे-जैसे सर्दियों की तरफ बढ़ रहा है, एक नई कोविड लहर का खतरा भी गहराता जा रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि उपलब्ध वैक्सीन के प्रकार पर भ्रम की स्थिति संभावित रूप से बूस्टर डोज को सीमित कर देगी। ओमिक्रॉन सबवेरिएंट BA.4 और BA.5, जो बीती गर्मियों में हावी थे। अभी भी ज्यादातर संक्रमणों के पीछे हैं। लेकिन चिंता की बात यह है कि अब ओमिक्रॉन के नए सबवेरिएंट सामने आने लगे हैं। डब्लूएचओ के अधिकारियों ने इस हफ्ते कहा कि वैज्ञानिक ओमिक्रॉन के सैकड़ों नए स्वरूपों पर नजर रख रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बुधवार देर रात जारी किए गए WHO के आंकड़े दिखाते हैं कि टेस्टिंग में बड़ी गिरावट के बावजूद, यूरोप में मामले पिछले हफ्ते 15 लाख तक पहुंच गए जो एक हफ्ते पहले से 8 फीसदी अधिक थे। हालांकि वैश्विक स्तर पर मामलों की संख्या में गिरावट जारी है। हाल के हफ्तों में 27 देशों के साथ-साथ ब्रिटेन के अस्पतालों में भर्ती होने वाले मामलों की संख्या में इजाफा हुआ है।
एक स्वतंत्र साइंटिफिक फाउंडेशन गिम्बे के आंकड़ों के अनुसार, 4 अक्टूबर को खत्म होने वाले हफ्ते में, इटली में लक्षणों के साथ कोविड-19 से अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या 32 फीसदी बढ़ी है। जबकि आईसीयू में भर्ती होने वाले मामले पिछले हफ्ते की तुलना में 21 फीसदी बढ़े हैं। इसी हफ्ते ब्रिटेन में कोविड से अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या पिछले हफ्ते की तुलना में 45 फीसदी बढ़ गई है।