● मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से सोमवार को 15 राष्ट्रों में तैनात भारत के राजदूतों ने भेंट की। विकास की दौड़ में पिछड़े 08 आकांक्षात्मक जनपदों के समग्र विकास के लिए प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों का अवलोकन कर राजधानी आए इन वरिष्ठ राजनयिकों ने अपने भ्रमण के अनुभवों को मुख्यमंत्री से साझा किया और प्रदेश के विकास के लिए अपने सुझाव भी दिए।
● राजदूतगणों ने आकांक्षात्मक जनपद बहराइच और फतेहपुर के अपने भ्रमण के अनुभवों को अविस्मरणीय बताया। वहां स्कूलों में बच्चों से बातचीत साफ-सफाई, गांव में अमृत सरोवर, लैंगिक समानता आदि के प्रयासों को सुखद बताया।
● राजदूतगणों ने प्रदेश में बेहतर होती इन्फ्रास्ट्रक्चर सुविधाओं, विद्यालयों के कायाकल्प, अमृत सरोवर, सुदृढ़ कानून-व्यवस्था, उद्योग जगत को प्रोत्साहित करने वाली नीतियों और निवेश अनुकूल माहौल की सराहना करते हुए उत्तर प्रदेश को ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के पैमाने पर राज्य सरकार के प्रयासों की भी सराहना की।
● विदेशों में तैनात वरिष्ठ राजनयिकों का उत्तर प्रदेश आगमन पर अभिनन्दन करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राजदूत के रूप में यह सभी विदेशों में भारत के ब्रांड एम्बेसडर हैं। आज प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में वैश्विक पटल पर भारत की मजबूत स्थिति है, इसमें राजदूत गणों का अहम योगदान है।
● मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 25 करोड़ आबादी वाला उत्तर प्रदेश भारत में सबसे बड़ी आबादी का प्रदेश है। यह भारत का हृदय स्थल है। यह भारत की आध्यत्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं का स्रोत है। यहां की उर्वर भूमि इस प्रदेश की समृद्धि का मूलाधार है। प्रकृति और परमात्मा की असीम कृपा वाले उत्तर प्रदेश में असीम संभावनाएं हैं। हम भारत में खाद्यान्न उत्पादन में प्रथम स्थान पर हैं। शुगर और एथेनाल का उत्पादन सर्वाधिक यहीं होता है। विभिन्न सब्जियों और फलों के उत्पादन में हम नम्बर देश में प्रथम स्थान पर हैं। आज जबकि दुनिया मे खाद्य संकट की स्थिति है तब प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश खाद्यान्न उत्पादन में न केवल आत्मनिर्भर है बल्कि निर्यात भी कर रहा है।
● मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने विकास की रफ्तार को तेज करने के लिए ‘ट्रिपल टी’ का मंत्र दिया है। ट्रिपल टी यानी ‘ट्रेड, टेक्नोलॉजी और टूरिज्म। उत्तर प्रदेश इन मंत्रों को आत्मसात कर लगातार आगे बढ़ रहा है। राजदूत गणों का सहयोग प्रदेश के विकास में सहायी होगा।
● मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बड़ी संख्या में प्रदेश के नागरिक दक्षिण-पूर्व एशिया, खाड़ी देशों में प्रवास करते हैं। इनमें बड़ी संख्या अकुशल श्रमिकों की है। अकुशल होने के कारण आमतौर पर उनका पारिश्रमिक भी कम होता है। ऐसे में सरकार इनके कौशल उन्नयन के लिए प्रयासरत है। राजदूत गणों के सहयोग से ऐसे लोगों को चिन्हित कर इनके कौशल संवर्धन के काम किया जा सकता है।
● मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नीति आयोग द्वारा चिन्हित प्रदेश के 08 आकांक्षात्मक जनपदों (बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, सोनभद्र, चंदौली, फतेहपुर, चित्रकूट, बहराइच और श्रावस्ती) में विकास के सभी मानकों पर नियोजित कार्य किया जा रहा है। नीति आयोग द्वारा सतत रियल टाइम मॉनीटरिंग डैशबोर्ड (चैंपियन ऑफ चेंज) के अनुसार जारी रैंकिंग में इन जिलों ने अच्छा स्थान प्राप्त किया है। देश के कुल 112 आकांक्षात्मक जिलों में सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने वाले जिलों की नवीनतम सूची में हमारे 06 जिले शीर्ष 10 में शामिल हैं, जबकि शीर्ष 20 में यूपी के सभी 08 जिले शामिल हैं।
● मुख्यमंत्री जी ने बताया की प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से आकांक्षात्मक जनपदों की तर्ज पर राज्य सरकार ने आकांक्षात्मक विकासखंडों के सामाजिक-आर्थिक सुधार के लिए विशिष्ट प्रयास प्रारंभ किया है। एक कार्ययोजना तैयार की है। कुल 100 आकांक्षात्मक विकासखंडों का चयन पूर्ण हो गया है। स्वास्थ्य और पोषण, शिक्षा, कृषि और जल संसाधन, वित्तीय समावेशन, कौशल विकास तथा आधारभूत संरचना आदि क्षेत्र के तय 75 इंडिकेटर पर इन आकांक्षात्मक विकासखंडों के समग्र विकास के प्रयास किए जा रहे हैं।
● मुख्यमंत्री जी ने आकांक्षात्मक विकास खंडों में लागू मुख्यमंत्री फेलोशिप कार्यक्रम के अभिनव प्रयास की जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि विकास खंडों को सतत मॉनीटरिंग और वास्तविक स्थिति के सटीक आंकलन के लिए सीएम फेलोशिप कार्यक्रम शुरू किया गया है। तकनीकी/प्रबंधन डिग्रीधारी विजनरी युवाओं के लिए यह एक शानदार अवसर होगा।
● मुख्यमंत्री जी ने राजदूत गणों को प्रदेश के पारंपरिक शिल्पकला के प्रोत्साहन हेतु शुरू की गई अभिनव ‘ओडीओपी’ योजना के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि एक जनपद , एक उत्पाद योजना (ओडीओपी) हमारी विरासत की प्रतीक है। उन्होंने कहा कि ओडीओपी योजना के प्रभावी क्रियान्वयन से प्रदेश से निर्यात में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी हुई है। पिछले 05 वर्षों में निर्यात लगभग 88 हजार करोड़ रुपये से बढ़कर लगभग 1.60 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
● प्रदेश में प्रस्तावित नवीन औद्योगिक प्रोजेक्ट की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री जी ने बताया कि प्रदेश सरकार ने प्लास्टिक पार्क, टॉय पार्क, फ़िल्म सिटी, लॉजिस्टिक पार्क, मेगा लेदर पार्क, मेडिकल डिवाइस पार्क जैसे सेक्टर आधारित प्रोजेक्ट को आगे बढ़ा रही है। निवेशकों के लिए यह अच्छा अवसर हो सकता है। इस सम्बंध में राजदूत गणों का सहयोग अपेक्षित है।
● मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश में बेहतर हो रही कनेक्टिविटी की चर्चा करते हुये कहा कि उत्तर प्रदेश 13 एक्सप्रेस वे वाला प्रदेश बनने की राह पर है। 06 तो क्रियाशील भी हो चुके हैं। बुंदेलखंड और पूर्वांचल जैसे पिछड़े कहे जाने वाले क्षेत्र के विकास के लिए एक्सप्रेसवे की रफ्तार मिली है।
■ प्रदेश में बेहतर एयर कनेक्टिविटी की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी द्वारा प्रारंभ की गई ‘उड़ान’ योजना का उत्तर प्रदेश ने अत्यधिक लाभ प्राप्त किया है। 2017 से पहले प्रदेश में मुख्यतः दो ही एयरपोर्ट थे। तब 04 एयरपोर्ट से मात्र 25 गंतव्यों तक वायुसेवा उपलब्ध थी, आज 09 एयरपोर्ट क्रियाशील हैं और 10 पर काम जारी है। आज 75 गंतव्यों तक वायुसेवा की सुविधा है। यह तब है जबकि बीते 02 वर्ष से हम कोरोना का सामना कर रहे हैं।
● मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में आज प्रदेश में 1 लाख 10 हजार हेक्टेयर में प्राकृतिक खेती की जा रही है। खेती की यह विधा न वर्तमान में लागू पद्धति की तुलना में नाममात्र की लागत वाली है, बल्कि हमारी उपज भी विषमुक्त होती है। सरकार अपने कृषि उत्पादों के निर्यात के लिए भी कार्ययोजना तैयार कर रही है। हम अपने किसानों को न केवल।प्रशिक्षण दे रहे हैं, बल्कि नवीनतम तकनीक की सुलभता, उत्पादों की डिजाइनिंग, पैकेजिंग, मार्केटिंग और ब्रांडिंग पर भी फोकस कर रहे हैं।
● बीते साढ़े पांच वर्षों में महिला सशक्तिकरण के लिए चलाए जा रहे ‘मिशन शक्ति’ जैसे प्रयासों और उनके परिणामों का संक्षिप्त परिचय देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या की समस्या के निदान के लिए सरकार ने पहले मुखबिर योजना चलाई और फिर मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का कार्यक्रम आगे बढ़ाया। आज लगभग 14 लाख बेटियों को इस योजना का लाभ प्रदेश में प्राप्त हो रहा है। निराश्रित महिला पेंशन योजना में पेंशन राशि ₹1000 की गई और आज 31.50 लाख महिलाओं को इसका लाभ मिल रहा है।
● मुख्यमंत्री जी कहा कि अगले वर्ष 10-12 फरवरी को ‘उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर समिट’ का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है। यह तीन दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट अभूतपूर्व होगा, ऐतिहासिक होगा और नए “उत्तर प्रदेश की आकांक्षाओं को उड़ान” देने वाला होगा। व्यापक निवेश से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होंगे,जिसका सीधा लाभ हमारे युवाओं को मिलेगा। ग्लोबल इन्वेस्टर समिट वर्ष 2023 तक प्रदेश को 01 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य की पूर्ति में सहायक होगा। इसमें राजदूतगणों के सहयोग अपेक्षित है।