लखनऊ। विभिन्न देशों से उत्तर प्रदेश में बड़ा निवेश लाने के प्रयास में जुटी टीम योगी को हर नए दिन की शुरुआत के साथ नए और सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं। टीम योगी के इन प्रयासों का नतीजा है कि विभिन्न देशों के निवेशक न सिर्फ उत्तर प्रदेश में बड़े निवेश के लिए तैयार हैं बल्कि वो फरवरी में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में हिस्सा लेने को भी बेताब हैं। इसी क्रम में मंगलवार को भी विभिन्न देशों में टीम योगी ने उत्तर प्रदेश में निवेश को लेकर दिग्गज निवेशकों से मुलाकात की और उन्हें उत्तर प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर, डिफेंस, टूरिज्म समेत अनेक क्षेत्रों में निवेश का प्रस्ताव दिया। इस दौरान निवेशकों को प्रदेश में सुरक्षित निवेश, बेहतर माहौल और सरकार की ओर से दी जा रही सब्सिडी के विषय में विस्तृत जानकारी दी। कई निवेशकों की ओर से अलग-अलग क्षेत्रों में निवेश की रुचि जाहिर की गई, जबकि वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी की ओर से दो महत्वपूर्ण एमओयू पर भी साइन हुए। वहीं एग्रिस्टो बेल्जियम ने प्रदेश के फ़ूड सेक्टर में 2023 में 300 करोड़ रुपए के निवेश का इरादा जताया है। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने फरवरी में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से प्रदेश में 10 लाख करोड़ रुपए के निवेश को आकर्षित करने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में प्रदेश के मंत्रियों और अधिकारियों की टीम विदेशों में रोड शो व वन टू वन बिजनेस मीटिंग के जरिए निवेशकों को आमंत्रित कर रही है।
मांट्रियल में किया गया रोड शो
कनाडा के मांट्रियल में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना एवं पशुपालन मंत्री धर्मपाल सिंह की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल ने रोड शो का आयोजन किया और उत्तर प्रदेश में निवेश के अवसरों व सरकार की नीतियों के बारे में जानकारी दी। प्रतिनिधिमंडल ने एक्सपोर्ट डेवलपमेंट कनाडा (ईडीसी), इन्वेस्टमेंट क्यूबेक, कनाडा इंडिया ग्लोबल फोरम और इंडो कनाडा ओटावा बिजनेस चैंबर के साथ उत्तर प्रदेश में निवेश को लेकर चर्चा की।
दक्षिण कोरिया को डिफेंस सेक्टर में निवेश का न्यौता
उत्तर प्रदेश सरकार में टेक्निकल एजुकेशन मिनिस्टर आशीष पटेल की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने दक्षिण कोरिया में रोड शो का आयोजन किया। इस दौरान कोरियन डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स को उत्तर प्रदेश में बन रहे डिफेंस कॉरीडोर में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया गया। उन्हें बताया गया कि यह उत्तर प्रदेश में निवेश का उचित समय है, जब सरकार न सिर्फ निवेश के लिए उचित माहौल दे रही है बल्कि तमाम तरह की सब्सिडी भी प्रदान की जा रही है। इस अवसर पर सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के वाइस प्रेसीडेंट ग्लोबल गवर्नमेंट चुन सांग पिल समेत अन्य निवेशकों को यूपीजीआईएस के लिए आमंत्रित किया गया।
डिफेंस मैन्युफैक्चिरंग में निवेश का इच्छुक है अमेरिका
उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना और पूर्व मंत्री व विधायक सिद्धार्थनाथ सिंह की अगुवाई वाला प्रतिनिधिमंडल अमेरिकी एयरक्राफ्ट निर्माता सिकोर्सिकी के मुख्य प्लांट को देखने कनेटकट के स्ट्राटफोर्ड पहुंचा। यहां प्रतिनिधिमंडल ने सिकोर्सिकी के सीईओ, वाइस प्रेसीडेंट और सीईओ इंडिया ऑपरेशंस के साथ मुलाकात की और डिफेंस के क्षेत्र में भागीदारी पर चर्चा की। चर्चा की। इस अवसर पर ये भी देखा गया कि सिकोर्सकी फिक्स्ड विंग एयरक्राफ्ट, हेलीकॉप्टर व मिसाइल के क्षेत्र में कैसे काम कर रहा है और प्लांट में बन रहे ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर्स का भी अवलोकन किया गया। इस दौरान उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधिमंडल ने यूपी डिफेंस कॉरीडोर को लेकर प्रजेंटेशन भी दिया। प्रतिनिधिमंडल ने सिकोर्सिकी को यूपी डिफेंस कॉरीडोर में निवेश करने और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में हिस्सा लेने का अनुरोध किया।
फूड सेक्टर में 300 करोड़ निवेश करेगा एग्रिस्टो बेल्जियम
उधर, बेल्जियम में औद्योगिक विकास मंत्री और पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर जितिन प्रसाद की अगुवाई वाले प्रतिनिधिमंडल ने एग्रिस्टो बेल्जियम के साथ निवेश पर चर्चा की। इस दौरान कंपनी की बिजनेस हेड स्टेफनी ड्यूमोर्टियर ने उत्तर प्रदेश सरकार के बिजनौर में फूड सेक्टर पर 200 करोड़ रुपए निवेश किए हैं और उनके 2023 में 300 करोड़ रुपए और खर्च करने की योजना है। 2025 में भी कंपनी 200 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। इस अवसर पर स्टेफनी ड्यूमोर्टियर ने प्रदेश सरकार के सहयोग की तारीफ की और यूपी में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर भरोसा जताया। प्रतिनिधिमंडल ने फ्लिक्सिस ग्रुप के डायरेक्टर बेन से भी मुलाकात की और प्रदेश में ग्रीन हाइड्रोजन सेक्टर में निवेश इंटेंट को लेकर बातचीत की।
ऑस्ट्रेलिया में दो अहम एमओयू पर हुए साइन
जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी पहुंचा और यहां वाइस चांसलर प्रो. बार्ने ग्लोवर एओ व अन्य सीनियर प्रोफेसर्स से मिला। इस दौरान उत्तर प्रदेश सरकार और यूनिवर्सिटी के बीच विभिन्न क्षेत्रों में भागीदारी को लेकर भी चर्चा हुई। साथ ही बैठक के बीच वाटर रिसोर्स मैनेजमेंट और स्किल डेवलपमेंट व डिजास्टर मैनेजमेंट में आम भागीदारी के लिए दो महत्वपूर्ण एमओयू पर भी हस्ताक्षर किए गए। इससे पहले सिडनी में रोड शो के दौरान विभिन्न क्षेत्रों के निवेशकों को उत्तर प्रदेश सरकार के फोकस फैक्टर पर प्रकाश डाला गया। प्रतिनिधिमंडल ने अर्बन टास्कफोर्स ऑस्ट्रेलिया (यूटीए) के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की और सीईओ टॉम फॉरेस्ट को ओडीओपी के उत्पाद भेंट स्वरूप प्रदान किए गए। इस अवसर पर राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस भी हुई, जिसमें स्वतंत्रदेव सिंह ने यूटीए को इंफ्रास्ट्रक्चर, अर्बन डेवलपमेंट और डिफेंस जैसे सेक्टर में निवेश के लिए आमंत्रित किया।
यूएई कर सकता है हेल्थकेयर में निवेश
एमएसएमई मिनिस्टर राकेश सचान की अगुवाई वाला प्रतिनिधिमंडल यूएई के अबुधाबी पहुंचा। मंगलवार को प्रतिनिधिमंडल ने वीपीएच हेल्थकेयर के डॉ. शमशीर से मुलाकात की और मेडिकल और फैसिलिटेशन के क्षेत्र में निवेश का आमंत्रण दिया। बातचीत के दौरान वीपीएच हेल्थकेयर भी उत्तर प्रदेश में निवेश को उत्सुक नजर आया।
ब्राजील के निवेशकों को डिफेंस कॉरिडोर में निवेश का प्रस्ताव
दूसरी तरफ, ब्राजील में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और मत्स्यपालन मंत्री संजय निषाद की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल ने ब्राजीलियन डिफेंस इंडस्ट्री के साथ बैठक की और उत्तर प्रदेश में बन रहे डिफेंस कॉरीडोर में निवेश का प्रस्ताव रखा। इस अवसर पर ब्राजील डिफेंस इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों ने यूपी में डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में निवेश व इन्वेस्टर्स समिट में हिस्सा लेने के प्रति उत्साह दिखाया। ब्रजेश पाठक ने ट्वीट कर बताया कि यूपी में डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की स्थापना के लिए ब्राजील के रक्षा विशेषज्ञ जनरल ब्रीटो, वरिष्ठ अधिकारियों एवं उद्योगपतियों के साथ विभिन्न विषयों पर प्रभावी एवं सार्थक चर्चा हुई है। यह प्रतिनिधिमंडल ब्राजीलियन टूरिज्म इंडस्ट्री के 20 प्रतिनिधियों से भी मिला और प्रदेश में टूरिज्म इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश के अवसरों को लेकर बातचीत की। यहां पशुपालन सेक्टर के लीडर्स से भी मुलाकात हुई, जिनमे यूएनईएसपी यूनिवर्सिटी के फर्नान्डो गारसिया और ब्राजीलियन एसोसिएशन ऑफ डेयरी के गुस्तावो शिब शामिल रहे। इनके साथ प्रदेश में पशुओं की जेनेटिक ब्रीड को सुधारने और तकनीक हस्तांतरण पर बात हुई।