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उत्तर प्रदेश से व्यापारिक संबंध मजबूत करेगा फ्रांस

लखनऊ। विदेशी निवेशकों को उत्तर प्रदेश में व्यापार करने और व्यापार का विस्तार करने के लिए आमंत्रित करने कई देशों की यात्रा पर गई टीम योगी का पड़ाव सोमवार को फ्रांस में था। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और आईटी मंत्री योगेंद्र उपाध्याय के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधिमंडल ने फ्रांस की राजधानी पेरिस में फ्रांस के बड़े औद्योगिक घरानों व उनके प्रतिनिधियों से मुलाकात की और उन्हें उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया। फ्रांस की कंपनियों ने भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दिए गए संदेश पर खुशी जताते हुए प्रदेश में निवेश के जरिए व्यापारिक संबंधों को मजबूती देने पर सहमित जताई। फ्रांस की कंपनियां उत्तर प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण, कृषि, डेयरी, नवीनीकरण ऊर्जा, रक्षा और जल यातायात के क्षेत्र में निवेश के लिए इच्छुक नजर आईं। उल्लेखनीय है कि सीएम योगी ने प्रदेश को आगामी 5 वर्ष में वन ट्रिलियन अर्थव्यवस्था तक ले जाने का जो प्रण लिया है उसके तहत आगामी 10 से 12 फरवरी के बीच लखनऊ में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से 10 लाख करोड़ का निवेश लाने का लक्ष्य रखा गया है। इस लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों की 8 टीमों को 18 देशों के भ्रमण पर भेजा है। विदेशों में टीम योगी के रोड शो व ट्रेड शो को निवेशकों का अच्छा रिस्पॉन्स मिला है और हजारों करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्रदेश सरकार का उत्साह बढ़ाने वाले रहे हैं।

निवेश के लिए उत्साहित फ्रांसीसी कंपनियां

फ्रांस की राजधानी पेरिस में हुए रोड शो के अवसर पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य एवं आईटी मंत्री योगेंद्र उपाध्याय समेत उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम ने फ्रांस की कंपनियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की और उन्होंने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए आमंत्रित किया। बिजनेस फ्रांस के एशिया व पैसिफिक एरिया के कोऑर्डिनेटर जीन फ्रैंकोइस एंब्रोसियो ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के साथ मुलाकात के दौरान खाद्य प्रसंस्करण, कृषि और डेयरी के क्षेत्र में साझादारी के जरिए इंडो फ्रेंच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने का आशय जाहिर किया। उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधिमंडल ने इंटरनेशनल कमीशन ऑफ कंफेडरेशन ऑफ एसएमई (सीपीएमई) के प्रमुख एटिने पोइरोट बोर्डिन से भी मुलाकात की और रीन्यूएबल एनर्जी, डिफेंस और वॉटर ट्रांसपोर्टेशन जैसे क्षेत्रों में एमएसएमई के अंतर्गत उद्योग लगाने के लिए आंमंत्रित किया। एयर लिक्विड ग्रुप के डायरेक्टर मैक्सिम लैंबर्ट एवं रिस्क मैनेजमेंट वाइस प्रेसीडेंट बरट्रांड मोनोई ने प्रदेश में ग्रीन हाइड्रोजन के क्षेत्र में निवेश की इच्छा जाहिर की और उत्तर प्रदेश में अपने बिजनेस के विस्तार का भी इरादा जताया। थॉमस कंप्यूटिंग के सीईओ स्टीफन फ्रांसिस और वाइस प्रेसीडेंट इंटरनेशनल सेल्स पीयरे क्रासोनवस्की ने आईटी से संबंधित लैपटॉप और टैबलेट असेंबलिंग व वितरण के क्षेत्र में निवेश पर उत्सुकता जताई। ईडीएफ रिन्यूएबल्स एंड टोटल एरेन के कंट्री हेड (भारत) से मुलाकात के दौरान उन्हें जीआईएस 2023 म सम्मिलित होने के साथ भारत मे रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में निवेश के लिए आमंत्रित किया गया। वहीं प्रतिनिधिमंडल ने पार्टेक्स एनवी से डॉ. गुंजन भारद्वाज से मुलाकात की और ग्रुप को यूपीजीआईएस 2023 में आमंत्रित किया। पार्टेक्स एनवी ने हेल्थकेयर सिस्टम में एआई की शक्ति का उपयोग करने के लिए वाराणसी में अमृत- एक रोगी डेटा एक्सचेंज स्थापित करने के लिए 1000 करोड़ के निवेश के इंटेंट पर हस्ताक्षर किए

सिंगापुर से टेक्नोलॉजी के सबक लेगा उत्तर प्रदेश

उधर, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह के नेतृत्व में सिंगापुर पहुंचे प्रतिनिधिमंडल का रोड शो भी बेहद सफल रहा। रोड शो के दौरान उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधिमंडल से सिंगापुर की बिजनेस कम्युनिटी ने निवेश के अवसरों और सरकार द्वारा मिल रहे इंसेटिव्स पर चर्चा की। प्रतिनिधिमंडल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल एजुकेशन (आईटीई) गया। यहां विभिन्न क्षेत्रों में जिनमें सिंगापुर और उत्तर प्रदेश के बीच भागीदारी गतिविधियां हो सकती हैं, उन पर चर्चा की गई। उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधिमंडल को सिंगापुर में काफी कुछ सीखने को भी मिला। यहां सस्टेनेबिलिटी एंड द एनवायर्नमेंट मिनिस्टर ग्रेस फू हाई येन से मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल को सिंगापुर के लोगों में स्वअनुशासन (सेल्फ डिसिप्लिन) के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि सिंगापुर बहुत छोटा देश है। उसके पास पानी और भूमि के बेहद सीमित स्रोत हैं। इसलिए वहां के लोग हाईजीन एवं साफ-सफाई पर बेहद खास ध्यान देते हैं। यह एकमात्र रास्ता है जो निवेशकों को सिंगापुर आने और निवेश के लिए प्रोत्साहित करता है। उन्होंने बताया कि सिंगापुर में पार्किंग, ट्रैफिक जैसे नियमों को मजबूत करने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है। यहां प्रत्येक कार में चिप लगे हैं और अगर यह सेंट्रल बिजनेस एरिया में जाम की वजह बनती है तो स्वतः ही अथॉरिटी को पता चल जाता है और उनसे सरचार्ज वसूला जाता है।

9 दिसंबर से शुरू हुआ था विदेशी दौरा

टीम योगी के यह विदेशी रोड शो 9 दिसंबर से शुरू हुए थे। 9 दिसंबर को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना और पशुपालन मंत्री धरमपाल सिंह के नेतृत्व में वरिष्ठ अधिकारियों का प्रतिनिधिमंडल कनाडा में रोड शो व वन टू वन बिजनेस मीटिंग के लिए पहुंचा था। यहां प्रतिनिधिमंडल को हजारों करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले और कई एमओयू भी साइन हुए। इसी तारीख को औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी और पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद भी जर्मनी पहुंचे थे, जबकि डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और मत्स्य पालन मंत्री संजय निषाद ने मेक्सिको में रोड शो किया था। वहीं, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना और पूर्व मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने यूएसए व यूके का दौरा शुरू किया था। 12 दिसंबर को अबुधाबी, कनाडा, दक्षिण कोरिया, बेल्जियम और ब्राजील में रोड शो का आयोजन किया गया जो बेहद सफल रहा। 13 को यूएई, ऑस्ट्रेलिया, 14 को कनाडा, जापान, स्वीडन, अर्जेंटीना में तो 15 को यूएसए व यूके, 16 को यूएसए नीदरलैंड्स, सिंगापुर में रोड शो का आयोजन हुआ। 19 को फ्रांस के साथ विदेशी दौरों का यह आयोजन समाप्त होना है।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH