नई दिल्ली। फरवरी के महीने में अक्सर लोगों को ठंड का अहसास होता था, लेकिन इस बार मौसम ने अलग ही रूप दिखाया है और एक अजीब परिवर्तन देखने को मिल रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, तापमान में बढ़ोतरी की कई वजहें हो सकती हैं।
मौसम विभाग ने बताया कि साफ आसमान, हवा की धीमी रफ्तार और दक्षिण-पूर्व की तरफ हवा की दिशा का बदलना तापमान में बढ़ोतरी के कारण हो सकते हैं। इसके साथ ही मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव नहीं होने की वजह से भी तापमान में बढ़ोतरी देखी जाती है।
राजधानी दिल्ली में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इसके निकटवर्ती इलाकों में आज (22 फरवरी) सुबह घना कोहरा छाया रहा, जो इस महीने में असामान्य बात है। इस वजह से न्यूनतम तापमान में थोड़ी गिरावट देखी गई और दिल्ली में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक 14.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के बताया कि घना कोहरा इसलिए भी असामान्य है क्योंकि राजधानी में पिछले कुछ दिनों से तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया जा रहा है। राष्ट्रीय राजधानी के प्रमुख मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला में सोमवार को अधिकतम तापमान सामान्य से नौ डिग्री अधिक 33.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था और यह 1969 के बाद से फरवरी का तीसरा सबसे गर्म दिन रहा।
दिल्ली में मंगलवार को अधिकतम तापमान 31.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य से सात डिग्री अधिक रहा। एक वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक ने कहा कि यह तापमान अक्सर मार्च के शुरुआती 15 दिन में देखा जाता है।
इस बार कितनी पड़ेगी गर्मी?
मौसम विभाग का ये भी कहना है कि इसका मतलब ये नहीं है कि इस बार गर्मी का मौसम जल्दी आने वाला है। इसके साथ ही आईएमडी ने हीटवेव अलर्ट को वापस लेते हुए कहा है कि तापमान में अब एक बार फिर कमी आ रही है और आने वाले दिनों में फिर से तापमान कम हो सकता है। हालांकि, फिर भी तापमान सामान्य से 5 डिग्री तक ज्यादा ही रहने वाला है। इसके साथ ही अभी तक के संकेतों से कहा जा सकता है कि गर्मी का मौसम जल्दी नहीं आएगा, मगर तापमान काफी ज्यादा जा सकता है।
साथ ही इस बार कुछ दिन बारिश ना आने के संकेत भी बताए जा रहे हैं, जिससे तापमान कम होने का अनुमान नहीं है। इसके साथ ही इसे जल्दी गर्मी आना नहीं कहा जा सकता है और इस बार मौसम काफी गर्म रहने वाला है।