प्रयागराज। प्रयागराज उमेश पाल मर्डर केस में मुख्य आरोपी असद अहमद के 13 अप्रैल गुरुवार को हुए एनकाउंटर के बाद आज उसे सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। मस्जिद में आखिरी नमाज के बाद उसके शव को लेकर करीबी कसारी-मसारी कब्रिस्तान पहुंचे। गुरुवार को एनकाउंटर के बाद आज शनिवार को असद का शव प्रयागराज लाया गया। असद के शव को लाए जाने की चर्चा के बाद कसारी-मसारी स्थित अतीक अहमद के पैतृक आवास पर हलचल बढ़ी। शनिवार की सुबह भारी संख्या में लोग जुट गए।
पुलिस में किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए आखरी समय में प्लानिंग में बदलाव किया। असद के शव को सीधे कब्रिस्तान ले जाए जाने का निर्णय लिया गया। उसके शव को उसके घर पर नहीं ले जाया गया। असद के सुपुर्दे खाक के लिए सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही। कब्रिस्तान में ड्रोन की भी तैनाती की गई थी। असद के जनाजे में कुछ ही लोगों को शामिल होने की इजाजत दी गई थी।
कसारी-मसारी कब्रिस्तान में एंबुलेंस से असद का शव पहुंचा। वहां पर स्थित मस्जिद के पास एंबुलेंस रोका गया। इसके बाद दफनाए जाने की प्रक्रिया को पूरा कराया गया। कब्रिस्तान के सभी गेटों को बंद कर दिया गया। कब्रिस्तान के रास्तों पर पुलिस तैनात की गई है। लोगों को इस तरफ जाने से रोका गया। हालांकि, गांव से कुछ लोग कब्रिस्तान पहुंचे। इन सबके बीच मां शाइस्ता परवीन के आखिरी बार बेटे का मुंह देखने के लिए कसारी-मसारी कब्रिस्तान जाने की चर्चा खूब चलती रही।
एडिशनल सीपी सतीश चंद्र ने बताया कि सुरक्षा में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं है। किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने की पूरी तैयारी है। लोगों को घरों में रहने को कहा गया है। अतीक अहमद के आवास पर जुटे लोगों को पुलिस ने वापस किया। एडिशनल सीपी ने कहा कि असद अहमद के जनाजे में सीमित लोगों को ही शामिल होने की इजाजत दी गई। प्रयागराज पुलिस की ओर से रैपिड एक्शन फोर्स की भी तैनाती की गई थी। कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए हर प्रयास किया गया है।