नई दिल्ली। सीबीआई ने जमीन के बदले नौकरी घोटाले से संबंधित मामले में पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत कई सरकारी अधिकारियों के खिलाफ नया आरोप पत्र दाखिल किया है। नया आरोप पत्र दाखिल होते ही लालू परिवार की मुश्किलें फिर से बढ़ गई हैं। इस मामले में 18 मई को ईडी ने बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से पूछताछ की थी। उन्होंने इस मामले में धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत अपना बयान दर्ज कराया था। इसी मामले में पहले ही ईडी तेजस्वी यादव और मीसा भारती से भी पूछताछ कर चुकी है।
जानकरी के अनुसार, सीबीआई ने जो चार्जशीट दाखिल की है वह ये एक फ्रेश चार्जशीट है। यह सप्लीमेंट्री चार्जशीट नही है। लैंड फॉर जॉब घोटाले में तेजस्वी यादव, लालू यादव, राबड़ी देवी, मीडिल मैन, अलग-अलग तत्कालीन सरकारी अधिकारियों के खिलाफ फ्रेश चार्जशीट दाखिल हुई है। इससे पहले लैंड फॉर जॉब के एक अलग जोन में लालू और राबड़ी के खिलाफ चार्जशीट अलग दाखिल हो चुकी है। इस मामले में वो जमानत पर हैं। अब तीनों के खिलाफ फ्रेश चार्जशीट दाखिल की गई है। अब इस मामले में राऊज एवेन्यू कोर्ट में 12 जुलाई को कोर्ट में फ्रेश चार्जशीट पर सुनवाई होगी।
क्या है जमीन के बदले नौकरी घोटाला
2004 से 2009 के बीच लालू प्रसाद यादव यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे। आरोप है कि लालू के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे भर्ती में घोटाला हुआ। कहा जा रहा है कि नौकरी लगवाने के बदले आवेदकों से जमीन और प्लॉट लिए गए। आरोप है कि जो जमीनें ली गईं वो राबड़ी देवी और मीसा भारती के नाम पर भी ली गईं।