लखनऊ। उप्र विधानसभा में आज पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने महंगाई सहित अन्य कई मुद्दों को लेकर सरकार पर निशाना साधा। अखिलेश ने दूध के बंद प्लांटों को लेकर भी सरकार पर हमला बोला। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अखिलेश यादव पर पलटवार किया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो लोग चांदी के चम्मच में खाने के आदि हैं वे लोग गरीबों, दलितों और किसानों की पीड़ा को क्या समझेंगे। यूपी विधानसभा के मानसून सत्र में अपने भाषण की शुरुआत करते हुए उन्होंने दुष्यंत कुमार का शेर पढ़ा-तुम्हारे पांव के नीचे जमीन नहीं, कमाल है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं। इसके बाद उन्होंने अखिलेश पर तंज कसते हुए चांदी के चम्मच से खानेवाली बात कही। सीएम योगी ने कहा कि विपक्ष अपनी विफलता को छुपाने के लिए, अब गरीबों को जो सरकारी आयुष्मान के कारण सुविधा मिल रही है वो नहीं दिखाई दे रही है। हमें विरासत में एक जर्जर व्यवस्था मिली थी उसे ठीक करने में समय तो लगता है।
योगी ने विपक्ष पर तंज कसा कि 2024 में आपका खाता भी नहीं खुलने वाला है। 24 में फिर से डबल इंजन की सरकार आने वाले है। शिवपाल जी मैं कह रहा हूं आपके पास अभी भी मौका है, अपना रास्ता चुन लीजिए। सीएम योगी ने कहा कि बाढ़ के कारण फसलों को जो नुकसान पहुंचा उसके आकलन का कार्य चल रहा है। उत्तर प्रदेश, देश का ऐसा भूभाग है जहां का एक बड़ा हिस्सा सिंचाई की सुविधाओं के लिए अनुकूल है। धान की नर्सरी लग चुकी है। सरकार अपने स्तर पर इस पर काम कर रही है।
सरकार अपने स्तर पर प्रयास कर रही है कि हम अधिक से अधिक किसानों को मदद कर सकें। किसानों को मुआवजा देने की कार्रवाई को प्रारंभ कर दिया गया। 61320 किसानों को मुआवजा उपलब्ध कराया गया। प्रदेश सरकार ने इससे पहले भी किसानों को मुआवजा उपलब्ध कराया। सीएम योगी ने कहा कि खासतौर पर उत्तर प्रदेश के अंदर आज के दिन हम देखेंगे तो 15 से 20 जून के अंदर मानसून प्रवेश कर जाता था, हमारे अन्नदाता उसके हिसाब से ही तैयारी करते हैं। इस वर्ष मानसून की जो स्थिति है वो प्रदेश के अनुकूल नहीं है।
आज आधा उप्र ऐसा है जहां काफी कम बारिश हुई है। ये स्थिति उप्र के पश्चिम के कुछ जिलों में अतिरिक्त पानी की बात सामने आई है लेकिन वह स्थिति भी ठीक नहीं है। हम लोग किसी भी स्थिति में इसे नजरअंदाज नहीं कर सकते। हमने इसके लिए मीटिंग की और इस पर रणनीति बनाई। सीएम योगी ने कहा कि जब बाढ़ और सूखे पर चर्चा की बात आई तो उसका विषयांतर करने की कोशिश की है। आप जिस सांड की बात कर रहे हैं वो भी इसी के अंतर्गत आता है। आपने जो अखबार की कटिंग पेश की है उसमें लगता है शिवपाल जी ने कुछ कटिंग आपनी रख दी है। शिवपाल जी के साथ जो हुआ वो ठीक नहीं हुआ। हमारी संवेदना उनके साथ है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं सभी लोगों का हृदय से धन्यवाद देता हूं। जिन्होंने किसानों, बाढ़ और अन्य मुद्दों पर अपने विचार रखे और सलाह ही दी। पिछले एक घंटे से विरोधी दल के नेता को केवल गोरखपुर की बाढ़ ही दिखी और कुछ नहीं दिखी। उन्हें जमीनी हकीकत की जानकारी नहीं। क्योंकि जो लोग जन्म से चांदी की चम्मच में खाने के आदी हैं वो एक गरीब की पीढ़ा को क्या समझेंगे। पिछड़ों की पीड़ा को क्या समझेंगे। महोदय, महान नेता चौधरी चरण सिंह ने कहा था कि देश की प्रगति का मार्ग खेत, खलियानों और गलियों से होकर जाता है। इस बात को अगर समाजवादी पार्टी ने इस को ध्यान में रखा होता है तो इनके कार्यकाल में सबसे ज्यादा आत्महत्या किसानों ने नहीं की होती।