लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ के एक आह्वान पर यूपी के 47 जिलों ने लक्ष्य से अधिक पौधरोपण किए। यूपी में इस बार 36 करोड़, 15 लाख 98954 पौधे लगाए गए। इसमें सर्वाधिक योगदान सोनभद्र का रहा, जहां एक करोड़ 49 लाख 73622 पौधे लगाए गए तो वहीं झांसी में यह आंकड़ा एक करोड़ 16410 का रहा। 14 जनपदों में 101 फीसदी से अधिक तो कुल 65 जनपदों ने 100 फीसदी पौधरोपण अभियान के लक्ष्य को प्राप्त किया। विभागों पर नजर डालें तो वन विभाग ने सर्वाधिक 13 करोड़ 22 लाख 77,741 पौधे लगाए तो ग्राम्य विकास विभाग की तरफ से 75 जनपदों में 13 करोड़ 13 लाख से अधिक पौधरोपण किए गए। कृषि, उद्यान, पंचायतीराज व पर्यावरण विभाग की तरफ से भी करोड़ों पौदे लगाए गए। शिक्षा विभाग ने 50 लाख से अधिक पौध लगाए।
14 जिलों में 101 फीसदी से अधिक पौधरोपण
यूपी के 75 में से 14 जिलों में 101 फीसदी से अधिक पौधरोपण हुए। यह आंकड़े लक्ष्य से अधिक रहे। 51 जिलों में 100 फीसदी या इससे कुछ अधिक पौधे रोपे गए। 14 जिलों में बुलंदशहर में 106.723, बाराबंकी में 105.154, नोएडा में 103.918, प्रयागराज में 103.603, अलीगढ़ में 103.563, भदोही में 103.142, संभल में 102.436, देवरिया में 101.974, पीलीभीत में 101.662, सोनभद्र में 101.574, बरेली में 101.422, उन्नाव में 101.35, गोरखपुर में 101.22 व महराजगंज में यह आंकड़ा 101.001 फीसदी रहा।
सिंचाई विभाग ने 158 फीसदी से अधिक पौधे लगाए
अधिक से अधिक पौधे लगाने की जिम्मेदारी सरकारी विभागों को भी दी गई थी। संख्यागत दृष्टि से वन विभाग ने सर्वाधिक पौधे लगाए, लेकिन लक्ष्य से अधिक पौधे लगाने में सिंचाई विभाग का अनुपात 185 फीसदी का रहा। वन विभाग, सिंचाई विभाग, ग्राम्य विकास, आवास विकास, नगर विकास, लोक निर्माण, रेशम, कृषि, पशुपालन, सहकारिता, उद्योग, ऊर्जा, माध्यमिक, बेसिक, प्राविधिक, उच्च शिक्षा, श्रम, परिवहन, रक्षा, उद्यान, गृह, राजस्व, पंचायतीराज, पर्यावरण, जलशक्ति विभाग आदि विभागों ने 100 फीसदी से अधिक पौधरोपण कर योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश को हरा-भरा रखने में अपना अमूल्य योगदान दिया।
सर्वाधिक पौधरोपण करने वाले विभाग
वन विभाग: 132277741
ग्राम्य विकास विभाग: 131305292
कृषि विभाग: 26378695
उद्यान विभाग:16131508
पर्यावरण विभाग: 12626970
पंचायतीराज: 12128155
राजस्व विभाग: 8518122
जलशक्ति विभागः 1478120
शिक्षा विभागः 5034697 (माध्यमिक शिक्षा 10,49,571 बेसिक शिक्षा 1756168, प्राविधिक शिक्षा 484176, उच्च शिक्षा 17744782)