नई दिल्ली। आईफोन मेकर एपल को पीछे छोड़ माइक्रोसॉफ्ट दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी बन गई है। दरअसल, वर्ष 2024 की शुरुआत एप्पल के लिए उतना खास नहीं रहा। वर्ष की शुरुआत में ही एप्पल के शेयरों में गिरावट देखने को मिली थी। कंपनी के शेयरों में आई गिरावट के बाद कंपनी के एमकैप में भी नरमी देखने को मिली है। अब एप्पल की जगह रेडमंड, वाशिंगटन में स्थित माइक्रोसॉफ्ट ने ले ली है।
माइक्रोसॉफ्ट के लिए साल 2023 शानदार रहा था। इसके चलते ही यह टॉप पर पहुंची है। इसकी जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में सफलता ने इसका एम-कैप बढ़ाया है। 2023 में कंपनी के सीईओ सत्या नडेला ने एआई में कई अरब डॉलर का निवेश किया। इसने प्रतिद्वंदियों से पहले अपने प्रोडक्ट्स में चैटजीपीटी जैसे कमर्शियल और एआई उपकरण शामिल किये थे। नडेला ने एआई सेक्टर में प्रमुख टूल चैटजीपीटी मेकर OpenAI के साथ माइक्रोसॉफ्ट के संबंधों को भी मजबूत किया।
इस बीच एपल कई समस्याओं का सामना कर रहा है। आईफोन की बिक्री कुछ हद तक इसलिए धीमी हो रही है, क्योंकि चीनी सरकार ने खरीद को प्रतिबंधित करने के प्रयासों की सूचना दी है (बिजिंग ने इस बात से इनकार किया है कि उसने कोई प्रतिबंध लगाया है)। इससे चीनी स्मार्टफोन निर्माता हुआवै का मार्केट शेयर बढ़ा है। एपल ने हाल ही में अमेरिका में अपनी लेटेस्ट एपल वॉच मॉडल को बेचने में एक संक्षिप्त प्रतिबंध का भी सामना किया।