हल्द्वानी। उत्तराखंड के हिंसाग्रस्त हल्द्वानी शहर के बाहरी इलाकों से कर्फ्यू हटा लिया गया है लेकिन बनभूलपुरा क्षेत्र में यह लागू रहेगा जहां बृहस्पतिवार को एक अवैध मदरसे को तोड़े जाने को लेकर भीड़ ने आगजनी और तोड़फोड़ की थी। जानकारी मिली है कि हिंसा प्रभावित बनभूलपूरा में आज भी किसी को जाने की इजाजत नहीं है। नगर निगम और पुलिस विभाग ने जो आंकलन लगाया है उसमें पता चला है कि इस हिंसा में करीब 6 करोड़ की संपत्ति राख हो गई। हालांकि बनभूलपुरा में हिंसा के बाद धीरे-धीरे हालात सुधर रहे हैं। किसी नई हिंसा की खबर आज नहीं आई है, लेकिन प्रशासन ने कर्फ्यू लगा रखा है।
इस बीच आज जमीयत उलेमा-ए-हिंद का डेलीगेशन हल्द्वानी जाने वाला है। ये डेलीगेशन पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेगा। दरअसल, हाई कोर्ट के आदेश के बाद गुरुवार को अवैध मदरसों को तोड़ने पहुंची प्रशासन की टीम पर पथराव के बाद हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हिंसा भड़क उठी थी। भीड़ ने कई वाहनों और थाने को आग लगा दी। इसके बाद शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया और उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी किए गए हैं। अब इलाके में पुलिस का कड़ा पहरा है।
उपद्रवियों पर NSA लगाने की तैयारी की जा चुकी है। एक-एक उपद्रवी की पहचान की जा रही है। पुलिस की टीमें धरपकड़ कर रही हैं। यानि शहर का ये हाल करने वालों को अब इसका अंजाम भुगतना होगा। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने खुद हल्द्वानी पहुंचकर पीड़ितों से मुलाकात की और शहर का हाल जाना। पूरे हल्द्वानी में इस वक्त डेढ़ हजार से ज्यादा पुलिस के जवान तैनात हैं। सुरक्षा की दृष्टि से 4 कंपनी पैरा मिलिट्री फोर्स और 4 कंपनी पीएसी के जवान, सेंसिटिव इलाकों में फ्लैगमार्च कर रहे हैं। उत्तराखंड की चीफ सेक्रेट्री खुद बनभूलपुरा में उस जगह पर पहुंची जहां हिंसा हुई थी।