नई दिल्ली। दिल्ली सरकार में मंत्री और आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने केंद्र की मोदी सरकार पर बड़ा आरोप लगाया। आतिशी ने कहा कि दिल्ली की चुनी हुई सरकार को गिराने की साजिश की जा रही है। हमें विश्वनीय सूत्रों से पता चला है कि आने वाले दिनों में केंद्र सरकार दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने वाली है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार के अफसरों ने आचार संहिता का बहाना बनाकर मीटिंग में आना छोड़ दिया है। 20 साल पुराने केस को उठाकर दिल्ली के सीएम के निजी सचिव को बर्खास्त कर दिया गया।
दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने शुक्रवार को मोदी सरकार पर बड़ा आरोप लगाया. आतिशी ने कहा कि दिल्ली की चुनी हुई सरकार के खिलाफ बड़ी साजिश रची जा रही है. हमें विश्वनीय सूत्रों से पता चला है कि आने वाले दिनों में केंद्र सरकार दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने वाली है. इसको लेकर आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने प्रेस वार्ता की.
इस दौरान आतिशी ने बताया कि राष्ट्रपति शासन लगाने के संकेत इस बात से मिल रहे हैं कि किसी भी IAS अधिकारी की पोस्टिंग जो गृह मंत्रालय करता है, वो अब नहीं की जा रही है। पिछले कुछ दिनों से किसी सीनियर अधिकारी की पोस्टिंग दिल्ली में नहीं हो रही है. कई विभाग खाली हैं, जहां अधिकारी मौजूद नहीं है।
आतिशी ने कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना भी बिना किसी वजह से गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिख रहे हैं कि सरकार काम नहीं कर रही है। मुख्यमंत्री केजरीवाल के पर्सनल सचिव को भी बेवजह हटाया जा रहा है। ये सारे संकेत है कि दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने की तैयारी चल रही है। अरविंद केजरीवाल सरकार के खिलाफ बहुत बड़ा राजनीतिक षड्यंत्र प्लान किया जा रहा है।
आतिशी ने कहा कि दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाना गैरकानूनी और असंवैधानिक होगा। दिल्ली की जनता ने अरविंद केजरीवाल जी को बहुमत दिया है। 17 फरवरी को दिल्ली विधानसभा में विश्वास मत साबित किया था। जब तक अरविंद केजरीवाल के पास बहुमत है तब तक राष्ट्रपति शासन नहीं लगाया जा सकता. ये जनता के बहुमत का अपमान है।
आतिशी ने कहा कि 2016 में उत्तराखंड में भी ऐसा किया गया था जोकि गैरकानूनी था। दिल्ली के लोगों को डरना नहीं है। इस लड़ाई को हम सड़क से लेकर संसद तक लड़ेंगे। दिल्ली वालों का हक मरने नहीं देंगे। दिल्ली की महिलाओं को 1000 रुपए महीना दिलाएंगे।