नई दिल्ली। नेमप्लेट की राजनीति में अब कथावाचक धीरेन्द्र शास्त्री की भी एंट्री हो गई है। उन्होंने कहा है कि बागेश्वर धाम के बाहर जितनी भी दुकानें हैं दुकानदार उस पर अपना या अपने बाप का नाम लिखें। अगर ऐसा नहीं करते है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने के लिए धाम बैठा है। हम नाम लिखने के लिए इसलिए कह रहे हैं ताकि हमे राम और रहीम का अंतर समझ आ जाए। फिर श्रद्धालु को भी भ्रम न रहे, जहां हम खाना खा रहे है वो सही है या नहीं।
अभी यूपी में कुछ दिन पहले ऐसा कानून योगी द्वारा निकला गया जिसका हिन्दू सगंठनों काफी समर्थन करते दिखे। सीएम योगी द्वारा एक ऑल्टीमेटेम दिया गया कि अगर कांवड़ियों पर किसी समुदाय के लोगों ने पत्थरबाजी की तो यूप[ी पुलिस उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए तैयार है।
अब इसी बीच मध्य प्रदेश में भी ऐसी मांग उठती दिख रही है। लोगों का कहना है कि हमारे प्रदेश में भी दुकानदारों को नेम प्लेट लगाने का आदेश दिया जाए क्योकि हमारा अभी पवित्र महीना चल रहा है। इसमें हम ऐसी किसी भी जगह से नहीं खा सकते जिससे हम अपवित्र हो जाएं। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।