नई दिल्ली। इजरायल रक्षा बलों ने गुरुवार को हमास के मुखिया याह्या सिनवार को मार गिराया। इजरायल याह्या सिनवार की पिछले एक साल से तलाश कर रहा था। आईडीएफ ने एक बयान में कहा कि इजरायली सेना के हमले में कई आतंकी भी ढेर हुए है।
इजरायली सेना याह्या सिनवार समेत अन्य की पहचान जुटाने करने का प्रयास कर रही है। जिस इमारत में इन आतंकियों का खात्मा किया गया, उस इलाके में इजरायली बंधकों की मौजूदगी के कोई निशान नहीं थे। क्षेत्र में सक्रिय इजरायली सुरक्षा बल आवश्यक सावधानी के साथ आगे का अभियान जारी रखा है। बता दें कि इससे पहले इजरायली सेना ने ईरान में हमास के पूर्व चीफ इस्माइल हानिया उर्फ इस्माइल हनियेक को भी मार गिराया था।
हालांकि इजरायल ने आज तक आधिकारिक रूप से इस्माइल हानिया के हत्या की जिम्मेदारी नहीं ली, मगर ईरान हमेशा येरूशलम पर हानिया की हत्या का आरोप लगाता रहा है। इस्माइल हानिया उस वक्त तेहरान में मारा गया था, जब वह ईरान के राष्ट्रपति डॉ. मसूद पेजेश्कियन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पहुंचा था। हानिया की हत्या के बाद याह्या सिनवार को हमास का अगला चीफ बनाया गया था, जिसकी इजरायली सेना को लंबे समय से तलाश थी।
कौन था याह्या सिनवार?
सिनवार 7 अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर हमास के हमले का मास्टर माइंड था और इजरायल ने गाजा में अपने जवाबी अभियान की शुरुआत से ही उसे मारने की कसम खाई थी। स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, इस हमले में लगभग 1,200 इजरायली मारे गए, जिनमें अधिकतर स्थानीय नागरिक थे। इससे संघर्ष भड़क उठा, जिसमें गाजा में 42,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए।
वह सालों से गाजा पट्टी के अंदर हमास का शीर्ष नेता रहा। इजरायल ने सिनवार को 1980 के दशक के अंत से 2011 तक कैद कर रखा था और इस दौरान उसका ब्रेन कैंसर का इलाज चला और इस वजह से इजरायली अधिकारियों के पास उसके डीएनए सैंपल भी पड़े हुए थे। जुलाई में सिनवार को हमास का शीर्ष नेता चुना गया था, जब इस्माइल हनीयेह की ईरान की राजधानी तेहरान में इजरायली हमले में हत्या कर दी गई थी।
सिनवार का जन्म गाजा के रिफ्यूजी कैंप खान यूनिस में 1962 में हुआ था। इसके बाद वो हमास का सदस्य बना और देखते ही देखते इसका चीफ. 1980 में जब इजरायल ने इसे गिरफ्तार किया था तब इसने 12 लोगों की हत्या कर दी थी, जिसके बाद उसका नाम खान यूनिस का कसाई पड़ गया।