लखनऊ। लखनऊ में समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल के संभल दौरे को लेकर उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि नियमानुसार हमें लिखित नोटिस मिलना चाहिए था। लेकिन उन्होंने मुझे कोई नोटिस नहीं दिया है। सरकार जानबूझकर अपने कार्यों पर पर्दा डालने के लिए हमें रोक रही है।
इस प्रतिनिधिमंडल में सपा नेता माता प्रसाद पांडेय, लाल बिहार यादव, श्याम लाल पाल, हरेंद्र मलिक, रुचि वीरा, इकरा हसन, जियाउर्रहमान बर्क, नीरय मौर्य, कमाल अख्तर, रविदास मेहरोत्रा, नवाब इकबाल महमूद, पिंकी सिंह यादव, अली अंसारी, जयवीर सिंह यादव और शिवचरण कश्यप शामिल रहेंगे। बता दें कि सपा का प्रतिनिधिमंडल 30 नवंबर यानी शनिवार को संभल जाएगा और संभल में हुई हिंसा की विस्तृत जानकारी लेकर अखिलेश यादव को सौंपेगा।
क्या बोले सपा नेता माता प्रसाद पांडेय
संभल की यात्रा को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता माता प्रसाद ने कहा कि अगर मीडिया वहां जा सकती है तो हम वहां क्यों नहीं जा सकते हैं। बता दें कि संभल में जिलाधिकारी ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि 10 दिसंबर तक बाहरी लोगों के बिना आदेश संभल में आने पर प्रतिबंध है। ऐसे में समाजवादी पार्टी के संभल दौरे की भी अनुमति नहीं दी गई है। माता प्रसाद ने इसे लेकर कहा कि हम वहां लोगों को भड़काने के लिए नहीं जा रहे हैं। हमारा कहीं भी जाने का अधिकार है। सरकार लोगों का मौलिक अधिकार उनसे छीनना चाहती है। उन्होंने कहा कि हम पीड़ितों से मिलने के लिए संभल जाना चाह रहे हैं। सच सबके सामने आ जाएगा, इसलिए सरकार डर रही है और वहां जाने से हमें रोक रही है। बता दें कि संभल में हिंसा के बाद से धारा 163 लागू है।