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अमेरिका के नवनियुक्त वित्तमंत्री का कर कटौती, 3-4 फीसदी विकास दर का वादा

(170103) -- NEW YORK, Jan. 3, 2017 (Xinhua) -- Photo taken on Jan. 3, 2017 shows the closing point of the Dow Jones Industrial Average on a screen at the New York Stock Exchange in New York, the United States. U.S. stocks rebounded Tuesday, the first trading day of 2017. The Dow Jones Industrial Average rose 119.16 points, or 0.60 percent, to 19,881.76. The S&P 500 added 19.00 points, or 0.85 percent, to 2,257.83. The Nasdaq Composite Index climbed 45.97 points, or 0.85 percent, to 5,429.08. (Xinhua/Wang Ying)

 

(170103) -- NEW YORK, Jan. 3, 2017 (Xinhua) -- Photo taken on Jan. 3, 2017 shows the closing point of the Dow Jones Industrial Average on a screen at the New York Stock Exchange in New York, the United States. U.S. stocks rebounded Tuesday, the first trading day of 2017. The Dow Jones Industrial Average rose 119.16 points, or 0.60 percent, to 19,881.76. The S&P 500 added 19.00 points, or 0.85 percent, to 2,257.83. The Nasdaq Composite Index climbed 45.97 points, or 0.85 percent, to 5,429.08. (Xinhua/Wang Ying)

वाशिंगटन| अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त वित्तमंत्री ने गुरुवार को कहा कि करों में कटौती आनेवाले प्रशासन की मुख्य प्राथमिकता होगी तथा अर्थव्यवस्था की विकास दर को 3-4 फीसदी पर बरकरार रखने का लक्ष्य रखा गया है। समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, स्टीवन नूचीन ने यह बात सीनेट (अमेरिकी संसद) की वित्त समिति के समक्ष कनर्फमेशन हियरिंग (पुष्टि की सुनवाई) के दौरान कही।

न्यूयॉर्क स्थित इंवेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैक्स के पूर्व मुख्य सूचना अधिकारी रहे नूचीन (उन्होंेने वहां 1994 से 2002 के दौरान काम किया था) ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की सबसे बड़ी और सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकता कर सुधार, कॉरपोरेट कर की दर में कमी लाना है, ताकि बड़ी कंपनियां अमेरिका में बनी रहे।

नूचीन ने पिछले साल वित्तमंत्री चुने जाने के बाद कहा था कि ट्रंप की आर्थिक टीम 1980 में रीगन (राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन) के बाद से सबसे बड़े कर सुधार पर काम कर रही है।

पिछली बार अमेरिका के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में किसी एक साल में 2004 से 2005 के दौरान तीन फीसदी की वृद्धि दर देखी गई थी, जबकि हाल के सालों में जीडीपी की औसतन वृद्धि दर सालाना दो फीसदी रही है।

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Dileep Kumar
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