नई दिल्ली| भारत में 12 करोड़ लोगों को किसी न किसी किस्म की विकलांगता है। 41 प्रतिशत से ज्यादा शारीरिक रूप से विकलांग हैं। इसके साथ ही जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों की मौजूदगी इस सदी में इन समस्याओं को बढ़ा रही है। आज दिल के रोगों, कैंसर, मोटापा, डायबिटीज, स्ट्रोक और आर्थराइटिस जैसी बीमारियां हमारे देश में विकलांगता का कारण बन रही हैं। आज के दौर में लोगों की अस्वास्थ्यकर और पूरा दिन बैठे रहने वाली जीवनशैली की वजह से विकलांगता की समस्या और बढ़ती जा रही है। यह जरूरी है कि इस को रोका जाए।”
हम लोगों को सेहतमंद और संतुलित आहार लेने, उचित व्ययाम करने, पूरी नींद और धूप लेने, शारीरिक गतिविधियों में भाग लेने और तनावमुक्त रहने के लिए स्वास्थ तरीके अपनाने की सलाह देते हैं। स्ट्रोक की स्थिति में तुरंत मेडिकल सहायता की जरूरत के बारे में जागरूक होना भी जरूरी है, क्योंकि यह सीधे विकलांगता का कारण बनता है।”
नियमित व्यायाम : एक खोज में यह बात सामने आई है कि शारीरिक गतिविधियों न करने और बदलते जीवनशैली के तरीकों की वजह से 74 प्रतिशत शहरी लोगों को दिल के गंभीर रोग होने का खतरा है। इसलिए व्यायाम करना जरूरी है, क्योंकि यह शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है और मोटापे पर भी विराम लगाता है। यह शहरी जीवन के प्रतिदिन के तनाव को कम करने में भी मदद करता है।
धूम्रपान छोड़ें : तंबाकू इस वक्त देश में 10 लाख जानें ले लेता है। जैसे ही कोई धूम्रपान करता है 400 जहरीले पदार्थ उसके रक्त में बनने लगते हैं जो रक्त धमनियों को क्षति पहुंचाते हैं और वसा युक्त पदार्थ पैदा कर उनको तंग कर देते हैं, जो स्ट्रोक और दिल के दौरे का कारण बन सकता है। तंबाकू की इच्छा को दबाने के लिए आप चिउंगम चबा सकते हैं, सेलरी स्ट्क्सि ले सकते हैं या फिर पुदीना का इस्तेमाल करें।
दिल के लिए लाभप्रद आहार लें : सेहतमंद और संतुलित आहार सेहतमंद जीवन की कुंजी है। अत्यधिक ट्रांस फैटी एसिड, डायट्री कोलेस्ट्रॉल और सेचुरेटेड फैट्स मोटापे, हाई कोलेस्ट्रॉल, हाईपरटेंशन और डायबिटीज का कारण बनते हैं, यह सभी दिल के रोगों के कारण बन जाते हैं। हरी और पत्तेदार सब्जियां, ताजा फल, संपूर्ण अनाज, बीन्स, डाइट्री फाइबर, सूखे मेवे और मछली अच्छी सेहत के लिए जरूर खाने चाहिए।
सेहतमंद तरीके से तनाव कम करें : आधुनिक जीवनशैली से जुड़ा तनाव भी ऐसी बीमारियों के बढ़ने का कारण बन रहा है। कई बार तनाव अवसाद का रूप लेने लग जाता है। लोग आमतौर पर धूम्रपान, शराब और अस्वस्थ चीजों का सेवन कर तनाव से बचने की कोशिश करते हैं और यह सब जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों का कारण बन जाता है। मेडिटेशन, प्राणायाम और योग तनाव कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं।
नियमित स्वास्थ्य जांच : आज लोग काफी अस्वस्थ जीवनशैली जीते हैं। इसलिए नियमित स्वास्थ्य जांच बेहद जरूरी है। खासकर तब, जब पहले से परिवार में जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों का इतिहास रहा हो। गंभीर रोगों की जल्दी पहचान और इलाज करने से जान बचाई जा सकती है।