अतुल सुभाष सुसाइड केस में उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया के साथ मां निशा सिंघानिया और भाई अनुराग सिंघानिया को गिरफ्तार कर लिया गयाय है. लेकिन प्रयागराज पुलिस ने इस गिरफ्तारी के बाद बड़ा दावा किया है. प्रयागराज पुलिस ने कहा है कि बेंगलुरु पुलिस ने प्रयागराज पुलिस से किसी तरह का कोई संपर्क नहीं किया.
गिरफ्तारी करने के बाद दोनों आरोपियों को ना तो प्रयागराज की कोर्ट में पेश किया गया और ना ही किसी पुलिस स्टेशन लाया गया. बेंगलुरु पुलिस ने प्रयागराज में आरोपियों का ट्रांजिट डिमांड भी नहीं बनवाया. बेंगलुरु पुलिस ने प्रयागराज पुलिस को कोई जानकारी भी नहीं दी है. प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर और डीसीपी सिटी ने मीडिया से यह जानकारी साझा की है.
आशंका जताई जा रही है कि निशा सिंघानिया और अनुराग सिंघानिया गुरुवार को जब इलाहाबाद हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी से जुड़े कागजात पर दस्तखत करने के लिए आए थे, तभी उनकी गिरफ्तारी कर ली गई थी. हालांकि जानकारी के मुताबिक दोनों आरोपियों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल करने के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर दी थी.
ससुरालवालों और जज पर लगाए थे गंभीर आरोप
अतुल ने अपने सुसाइड नोट में अपनी पत्नी और उसके रिश्तेदारों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। मृतक अतुल सुभाष ने यह भी आरोप लगाया कि एक जज ने मामले को निपटाने के लिए 5 लाख रुपए की मांग की थी।
आत्महत्या के बाद से ससुराल वाले हो गए थे फरार
अतुल सुभाष की आत्महत्या के बाद से उसके ससुराल वाले फरार हो गए थे। जौनपुर स्थित अपने घर को छोड़कर चले गए थे। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए लगी हुई थी। अब जाकर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया