ब्रिसबेन। भारतीय टीम के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन दोहरी उपलब्धि हासिल कर ली है। बुमराह ने ब्रिसबेन के गाबा में खेले जा रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट की पहली पारी में 76 रन देकर छह विकेट झटके। बुमराह इस सीरीज भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे हैं। उन्होंने ही पर्थ में खेले गए पहले मुकाबले में टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।
दूसरे दिन झटके थे पांच विकेट
तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन ट्रेविस हेड और स्टीव स्मिथ की दमदार साझेदारी के बीच बुमराह ही थे जो मैच में भारत की वापसी कराने में सफल रहे। बुमराह ने नई गेंद से पहले सत्र में कहर बरपाया और उस्मान ख्वाजा और नाथन मैकस्वीनी को आउट कर दो झटके दिए। इसके बाद हेड और स्मिथ के बीच हुई चौथे विकेट के लिए 242 रनों की साझेदारी को तोड़ा। उन्होंने स्मिथ को रोहित शर्मा के हाथों कैच कराया। फिर हेड को विकेटकीपर ऋषभ पंत के हाथों कैच कराया। बुमराह ने इन दोनों को आउट करने के बाद मिचेल मार्श को भी कोहली के हाथों कैच कराया था।
बुमराह ने ईरापल्ली प्रसन्ना को पीछे छोड़ा
बुमराह की शानदार गेंदबाजी सोमवार को तीसरे दिन भी जारी रही। उन्होंने मिचेल स्टार्क को पंत के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेजा जो उनका छठा शिकार बने। बुमराह अब तक इस सीरीज में सबसे ज्यादा 18 विकेट ले चुके हैं। इनमें दो फाइफर्स हैं। बुमराह का यह स्पैल किसी भारतीय गेंदबाज का ब्रिसबेन के गाबा मैदान पर सबसे अच्छा प्रदर्शन है। उन्होंने इस मामले में ईरापल्ली प्रसन्ना को पीछे छोड़ा जिन्होंने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जनवरी 1968 में खेले गए तीसरे टेस्ट की दूसरी पारी में 104 रन देकर छह विकेट लिए थे।