सितारगंज | किसानों की धान खरीद में हो रही अनियमितताओं और कटौती को लेकर पूर्व विधायक नारायण पाल ने गुरुवार को तहसील परिसर में सांकेतिक धरना दिया। धरने के दौरान उन्होंने प्रशासनिक तंत्र पर किसानों के साथ हो रही बेईमानी का आरोप लगाते हुए तीखी नाराजगी जताई।
पूर्व विधायक नारायण पाल ने अपने हाथों में पोस्टर लिए धरना दिया, जिन पर लिखा था — “बेईमानी किसान के साथ”, “सरकारी कांटों पर खुली बेईमानी”, “धान खरीद केंद्रों पर कटौती इतनी ज्यादा क्यों?”, “किसान को लूटने का जिम्मेदार कौन?” और “किसके लिए पैसा एकत्र हो रहा है?”। इन नारों के माध्यम से उन्होंने किसानों की परेशानियों को प्रशासन के सामने रखा।
धरने के दौरान नारायण पाल ने कहा कि धान खरीद केंद्रों पर किसानों की उपज का वजन कम दिखाकर कटौती की जा रही है, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति किसानों के साथ अन्याय है और इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पूर्व विधायक ने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने जल्द ही धान खरीद प्रक्रिया में सुधार नहीं किया, तो वे किसानों के साथ मिलकर बड़े आंदोलन की राह पर चलेंगे। उन्होंने कहा, “किसानों की फसल में की जा रही कटौती पर हम चुप नहीं बैठेंगे। जरूरत पड़ी तो आगे भी सड़कों पर उतरकर संघर्ष करेंगे। धरने में मौजूद किसानों ने भी अपनी समस्याओं को रखते हुए प्रशासन से पारदर्शी धान खरीद की मांग की। वहीं, स्थानीय अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि किसानों की शिकायतों की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।




