लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची के गहन संशोधन (SIR) की विशेष प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। चुनाव आयोग द्वारा ड्राफ्ट मतदाता सूची 31 दिसंबर 2025 को जारी की जाएगी। इस बीच सूत्रों के हवाले से बड़ी जानकारी सामने आई है कि राज्य में करीब 2.89 करोड़ मतदाताओं के नाम सूची से हटाए जा सकते हैं। यह संख्या कुल 15.44 करोड़ पंजीकृत मतदाताओं का लगभग 18.7 प्रतिशत है।
जानकारी के अनुसार, जिन 2.89 करोड़ मतदाताओं के नाम हटाए जाने की प्रक्रिया में हैं, उनमें करीब 1.25 करोड़ मतदाता स्थायी रूप से अन्य राज्यों में स्थानांतरित हो चुके हैं। इन मतदाताओं ने स्वयं बूथ लेवल अधिकारियों को अपने स्थानांतरण की सूचना दी थी। वहीं, लगभग 45.95 लाख मतदाताओं की मृत्यु हो चुकी है, जबकि 23.59 लाख नाम डुप्लिकेट पाए गए हैं।
राज्य में 84 लाख मतदाता लापता
सूत्रों के मुताबिक, करीब 9.57 लाख मतदाताओं ने एसआईआर फॉर्म ही जमा नहीं किया। इसके अलावा लगभग 84 लाख मतदाता ‘लापता’ श्रेणी में दर्ज किए गए हैं, जिनका सत्यापन नहीं हो सका। राजधानी लखनऊ में पहले करीब 40 लाख मतदाता पंजीकृत थे। इनमें से लगभग 70 प्रतिशत यानी 28 लाख मतदाताओं ने अपने एसआईआर फॉर्म जमा किए। शेष करीब 12 लाख मतदाताओं के नाम सूची से हटाए जाने की संभावना है, जिनमें लगभग 5.36 लाख डुप्लिकेट मतदाता शामिल हैं।
लखनऊ की विधानसभा सीटों का हाल
लखनऊ की 9 विधानसभा सीटों में मलिहाबाद और मोहनलालगंज में सबसे अधिक 83 प्रतिशत मतदाताओं ने फॉर्म जमा किए हैं। बख्शी का तालाब में 78 प्रतिशत, लखनऊ पश्चिम में 70 प्रतिशत, सरोजिनी नगर में 69 प्रतिशत, लखनऊ मध्य में 65 प्रतिशत, लखनऊ पूर्व में 63 प्रतिशत, लखनऊ उत्तर में 62 प्रतिशत और लखनऊ छावनी में 61 प्रतिशत फॉर्म जमा हुए हैं।
दावे-आपत्तियों का मिलेगा मौका
चुनाव आयोग 31 दिसंबर 2025 को ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी करेगा। इसके बाद मतदाता 31 दिसंबर 2025 से 30 जनवरी 2026 तक दावे और आपत्तियां दर्ज करा सकेंगे। अंतिम मतदाता सूची 28 फरवरी 2026 को प्रकाशित की जाएगी।


