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जीएसएलवी-मार्क 3 के लॉन्च होने पर डिजिटल सर्विसेज़ होंगी शानदार

जीएसएलवी-मार्क 3 रॉकेट लॉन्च, भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान-मार्क 3, इसरो, सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र , भारत की इंटरनेट सेवाऐं, डि़जिटल इंडिया

देश के सबसे बड़े रॉकेट जीएसएलवी-मार्क 3 की उल्टी गिनती जारी है

लखनऊ। भारत का 30 साल पुराना सपना पूरा होने जा रहा है। देश के सबसे बड़े रॉकेट जीएसएलवी-मार्क 3 के लॉन्कीच होने की उल्टी गिनती जारी है। यह रॉकेट अपने साथ तीन टन वजन वाला संचार उपग्रह ले जाएगा जिससे संचार सेवाओं में सुधार आएगा।जीएसएलवी-मार्क 3 रॉकेट लॉन्च, भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान-मार्क 3, इसरो, सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र , भारत की इंटरनेट सेवाऐं, डि़जिटल इंडियाइसरो के एक वैज्ञानिक ने बताया कि भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान-मार्क 3 (जीएसएसवी-मार्क 3) शाम 5.28 बजे जीसैट-19 के साथ अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरेगा। इसकी उल्टी गिनती रविवार को 3.58 बजे से शुरू हुई थी।

यह रॉकेट 640 टन वजनी और 43.43 मीटर लंबा है। इसे यहां से करीब 105 किलोमीटर दूर आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में भारत के रॉकेट बंदरगाह के दूसरे लॉन्च पैड से छोड़ा जाएगा।वहीं लिक्विड प्रोपल्जन सिस्टम्स सेंटर के निदेशक एस.सोमानाथ ने बताया कि रॉकेट की उल्टी गिनती सही तरह से चल रही है। इसके साथ ही क्रायोजेनिक इंजन के लिए ईंधन भरने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। उन्होंने बताया कि लॉन्च से पहले कई संबंधित सभी तरह के काम पूरे हो चुके हैं।

वैज्ञानिकों के मुताबिक अगर यह लॉन्च सफल रहा तो ये देश के संचार क्षेत्र की दशा और दिशा बदल जाएगी। इसके साथ ही डिजिटल भारत को मजबूती मिलेगी और ऐसी इंटरनेट सेवाएं मिलेंगी जैसे कि पहले कभी नहीं मिलीं।

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Sudha Pal
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