नई दिल्ली| पूरे देश में आज महाशिवरात्रि की धूम है। भोले बाबा का जलाभिषेक करने के लिए सभी मंदिरों में भारी भीड़ है। महाशिवरात्रि का व्रत करने से भक्तों के सभी पाप धुल जाते हैं। शिव की महारात्रि का यह पर्व माघ महीने की कृष्ण पक्ष के 13वें या 14वें दिन मनाया जाता है। इस दिन भक्त भोले बाबा को भांग, धतूरा, बेलपत्र के साथ जल चढ़ाते हैं। महाशिवरात्रि पर मंत्रों के जाप से साक्षात भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है। ऐसे में एक सवाल शिव भक्तों के मन में अक्सर आता है कि महाशिवरात्रि पर किन मंत्रों का जाप करें।
मंत्रों के बारे में कहा जाता है कि यह जितने आसान होंगे, साधक की जबान पर उतनी ही तेजी से चढ़ेंगे। ऐसा ही एक मंत्र ऊं नम: शिवाय है, जिसे हर शिवभक्त अपनी चेतना के साथ जिंदगी का भी हिस्सा बना लेता है। इसका ध्यान, मनन करना आसान है, इसलिए जाप में भी इसे सर्वोत्तम स्थान मिला है।
जाप से क्या हैं फायदे
ऊं नम: शिवाय का 108 बार प्रतिदिन उच्चारण और भगवान शंकर की पूजा आपको हर बाधाओं से मुक्ति दिलाता है। धन प्राप्ति के लिए शिवलिंग पर बेल पत्र अर्पित करते हुए ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करें। फिर भोलेनाथ की विधिवत आरती करें। ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से मनचाहे धन की प्राप्ति होगी।
ऐसा ही एक और मंत्र है ऊं नमो भगवते रुद्राय। भगवान शिव की पूजा करते समय इस मंत्र का जाप करने से भक्त को मोक्ष की प्राप्ति होती है। भक्त भगवान शंकर के शिवलिंग पर अगस्त्य फूलों को चढ़ाते हुए ऊं नम: रुद्राय मंत्र का जाप करें। इससे आपका जीवन ऐश्वर्य से परिपूर्ण होगा।
इसके साथ ही महाशिवरात्रि पर रुद्राक्ष की माला पर प्रतिदिन 11 माला (108 बार का एक माला होता है) का जाप करें। इससे आप भय मुक्त होते हैं और भगवान शिव आपके सभी बाधाओं को हर लेते हैं।