नई दिल्ली। पाकिस्तानी सेना अपनी नापाक हरकतों से बाज़ नहीं आ रही है। पाकिस्तानी सेना अक्सर सीजफायर का उल्लंघन कर भारतीय सेना को उकसाती रहती है। भारतीय सेना भी पाकिस्तान की इस कायरतापूर्ण कार्यवाई का जवाब देती रहती है। फिर भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज़ आने का नाम नहीं ले रहा है। सूत्रों की मानें, तो बॉर्डर पर पाकिस्तान सेना ने भारतीय जवानों को निशाना बनाने के लिए 145 स्नाइपर्स तैनात किये हैं। इन स्नाइपर्स में ज्यादातर आतंकी हैं जिन्हे पाकिस्तानी आर्मी ने ट्रेनिंग दी है।
ये स्नाइपर्स पीओके की तरफ तैनात हैं, इनका मुख्य निशाना माछिल, उरी, तंगधार, पुंछ बिम्बर गली, रामपुर, कृष्णा घाटी जैसे क्षेत्रों पर है। पाकिस्तान से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर पिछले एक साल के दौरान करीब 32 सैन्यकर्मी पाकिस्तानी गोलीबारी में शहीद हुए हैं। इनमें लगभग डेढ़ दर्जन जवानों को पाकिस्तानी चौकियों में बैठे जिहादी स्नाइपर शूटरों ने ही निशाना बनाया है। मंगलवार को टंगडार में शहीद हुए बीएसएफ कर्मी एसके मुरमु को भी स्नाइपर शूटर ने ही निशाना बनाया था।
पाकिस्तान इन स्नाइपर शूटरों की खास खातिरदारी करता है। इन्हें सैलरी देने के साथ एक भारतीय को गोली मारने के एवज में ईनाम भी देता है। ईनाम की राशि 50 हजार रुपए से लेकर एक लाख रुपए तक होती है। यह राशि भारतीय सेना के जवानों की रैंक के हिसाब से तय होती है। अगर कोई शूटर भारतीय सेना के किसी अफसर को निशाना बनाता है तो उसे अधिकतम ईनाम दिया जाता है। सूत्रों के मुताबिक इसके लिए पाकिस्तान चीन के सर्विलांस सिस्टम का इस्तेमाल कर रहा है। पाकिस्तान ने इन स्नाइपर शूटरों को अत्याधुनिक राइफल दिए हैं, जिसमें अधिकतर अमेरिका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रिया के बने होते हैं।