मुंबई। नसीरुद्दीन शाह की पत्नी और एक्ट्रेस रत्ना पाठक के एक बयान पर बवाल मच गया है। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी की महिलाएं कैसे अभी भी करवाचौथ जैसी पुरानी परंपराओं को निभा रही हैं। रत्ना ने कहा कि हम अंधविश्वासी होते जा रहे हैं।
उन्होंने पिंकविला से बातचीत में कहा, महिलाओं के लिए कुछ भी नहीं बदला या कुछ एरियाज में बहुत छोटा बदलाव आया है। हमारा समाज बहुत रूढ़िवादी होता जा रहा है। हम अंधविश्वासी होते जा रहे हैं। हमको धर्म को जीवन का अहम हिस्सा स्वीकारने के लिए बाध्य किया जा रहा है। मुझसे बीते साल किसी ने पहली बार पूछा, क्या मैं करवाचौथ का व्रत रख रही हूं। मैंने कहा, क्या मैं पागल हूं? क्या यह डरावना नहीं है कि मॉडर्न पढ़ी-लिखी महिलाएं पतियों की जिंदगी के लिए करवाचौथ का व्रत रहती हैं ताकि जिंदगी को कुछ वैलिडटी मिल सके। भारत में विधवा होना भयानक स्थिति माना जाता है। 21वीं सदी में हम इस तरह की बात कर कर रहे हैं? पढ़ी-लिखी महिलाएं ऐसा कर रही हैं।
रत्ना पाठक ने यह भी कहा कि हम एक बेहद रूढ़िवादी समाज की ओर आगे बढ़ रहे हैं। रूढ़िवादी समाज पहला काम यह करता है कि अपनी महिलाओं को बेड़ियों में जकड़ता है।