अफगानिस्तान में वो सबकुछ हो रहा है, जिसकी कल्पना अफगानियों ने तालिबान के राज के बाद की होगी। काबुल पर कब्जा जमाते ही शांति कायम करने, महिलाओं को उनके अधिकार देने जैसी बातें करने वाला तालिबान अपनी असलियत पर उतर आया है। मामला अफगानी राष्ट्रध्वज लेकर प्रदर्शन करने वालों से जुड़ा है।
जानकारी के मुताबिक, कुछ अफगानी नागरिक अपना राष्ट्रध्वज लेकर प्रदर्शन कर रहे थे और अफगानी झंडा न उतारने की मांग कर रहे थे। इसी बीच तालिबानी आतंकियों ने उन पर गोली चला दी। न्यूज एजेंसी ने इसका वीडियो भी जारी किया है। इसमें कुछ लोग अफगानी झंडा लहरा रहे हैं। लेकिन, थोड़ी देर बात गोलियों की आवाज सुनाई देते ही भगदड़ मच जाती है। घटना नानगरहार प्रांत के सुर्खरोड की बताई जा रही है। गोली चलने के बाद एक बार फिर पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया है।
सेना की वर्दी में दिखे तालिबानी
न्यूज एजेंसी की ओर कुछ तस्वीरें भी जारी की गई हैं। इन तस्वीरों में तालिबानी लड़ाके सेना की वर्दी में दिखाई दे रहे हैं। यह वर्दी तालिबान की पुरानी सरकार के राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय से संबंधित है। अभी कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया यूजर्स ने तालिबान की वर्दी को लेकर चिंता जाहिर की थी, इसके बाद ही तालिबानी लड़ाके सेना की वर्दी में दिखाई दिए हैं।
महिला गवर्नर को बनाया बंधक
इस घटना से पहले तालिबान क्रूरता की एक और खबर सामने आई थी। इसमें तालिबानी आतंकियों ने बल्ख प्रांत की महिला गवर्नर सलीमा गजारी को बंधन बना लिया था। बताया जा रहा है महिला गवर्नर ने तालिबान के खिलाफ आवाजा उठाई थी। उन्हें कहां और किस हाल में रखा गया है, इसकी जानकारी किसी को नहीं है। वहीं तालिबान ने सभी महिला न्यूज एंकरों को भी हटा दिया है।