लखनऊ। अखिलेश यादव को आज लगातार तीसरी बार समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया। अध्यक्ष चुने जाने के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे अध्यक्ष चुनकर आपने जो मुझे पर और भरोसा जताया है। उसके लिये मैं आप सबका बहुत आभारी हूं। ये पद नहीं जिम्मेदारी है और ये ऐसे समय में जिम्मेदारी मिली है जब संविधान और संस्थाएं खतरे में है। आपके सहयोग से हम लड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि मुझे यह जिम्मेदारी तब मिली है जब संविधान खतरे में है। सभी संस्थाओं पर सरकार ने अनैतिक रूप से कब्जा कर लिया है लेकिन हम हर स्तर पर संघर्ष करेंगे। उन्होंने कहा कि नेताजी मुलायम सिंह का सपना है कि सपा राष्ट्रीय पार्टी बने। हम सभी संकल्प लेते है कि अगले पांच साल में यह सपना साकार करेंगे। उन्होंने कहा कि सपा द्वारा चलाए जा रहे सदस्यता अभियान में बड़ी संख्या में लोग जुड़ रहे हैं। आने वाले समय में जरूरत पड़ी तो यह अभियान चलता रहेगा। जो लोग समाजवाद में भरोसा रखते हैं वे निरंतर जुड़ रहे हैं। जो लोग बाबा साहब के सपनों को पूरा करना चाहते है वे भी जुड़ रहे है। समाजवादियों की कोशिश है कि बाबा साहब के बताए रास्ते पर चलने वालों को जोड़कर संविधान बचाने का काम करे। सपा अध्यक्ष ने कहा कि देश दुनिया में इतना झूठ बोलने वाली कोई सरकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि आज केंद्र व राज्य में जो पार्टी है। वो प्रचार और झूठ के दम पर सत्ता में है जब उनका सच सामने आएगा तो वो राजनीति के धरातल पर पहुंच जाएंगे। उन्होंने कहा कि हिटलर की सरकार में तो एक ही प्रोपोगेंडा मंत्री था इनकी तो पूरी सरकार की प्रोपोगेंडा से चल रही है। भाजपा सिर्फ प्रोपोगेंडा कर रही है। कोई ठोस कम नहीं किया।
ये लगातार तीसरी बार है जब अखिलेश यादव को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है। सबसे पहले उन्हें एक जनवरी 2014 को पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव के स्थान पर अध्यक्ष बनाया गया था। उसके बाद अक्टूबर 2017 में आगरा में हुए राष्ट्रीय अधिवेशन में उन्हें एक बार फिर सर्वसम्मति से पार्टी का अध्यक्ष चुना गया था।