लखनऊ। उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री एवं सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर झूठ की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि हाल ही में संपन्न चुनाव में पूरे प्रचार के दौरान जनता को झूठे आंकड़े देकर गुमराह करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि जनता द्वारा नकारे जाने के बाद भी अखिलेश लगातार झूठ का सहारा ले रहे हैं। सिद्धार्थ नाथ सिंह ने मंगलवार को जारी एक बयान में यह बात कही। उन्होंने कहा कि चुनाव में कड़ी पराजय के बाद भी अखिलेश लगातार झूठ बोल रहे हैं और गरीबी के गलत आंकड़े देकर एक बार फिर प्रदेश की जनता को नीचा दिखा कर अपमानित कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अखिलेश ने नीति आयोग के बहुआयामी गरीबी सूचकांक (एमपीआई) का हवाला देकर उत्तर प्रदेश को गरीबी की सूची में निम्न स्थान दिया है। उन्होंने कहा कि यह बड़ी विडंबना है कि नीति आयोग के जिन आंकड़ों का वह उल्लेख कर रहे हैं, वे 2015-16 के हैं जिस दौरान प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी।
उन्होंने कहा सच तो यह है कि नीति आयोग के हाल ही के आंकड़े जो जल्दी ही जनता के सामने आने वाले हैं, उसमें उत्तर प्रदेश की स्थिति बहुत बेहतर है। उन्होंने कहा कि अखिलेश को सही जानकारी नहीं है के हालिया अध्ययन के अनुसार बहुआयामी सूचकांक के 12 मानदंडों में स्वास्थ्य, स्वच्छता, शिक्षा सहित अनेक मानदंडों पर उत्तर प्रदेश में सुधार आया है और पिछले पांच सालों में गरीबी में 15 प्रतिशत की कमी आई है। उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि जनता का बार-बार उपेक्षा झेलने के बाद भी सपा अध्यक्ष झूठ बोलने से बाज नहीं आ रहे हैं। अगर प्रदेश में कुछ भी अच्छा हो रहा है तो यह कहने में उनको गुरेज क्या है उनको मालूम होना चाहिए कि जनता को झूठ बर्दाश्त नहीं है।
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा है अखिलेश चाहें तो नीति आयोग के सही आंकड़े देकर जनता के सामने अपनी गलती सुधार सकते हैं। लेकिन ऐसा करेंगे नही अखिलेश क्योंकि उन्हें झूठ की राजनीति करने की आदत पड़ गयी है।