हमीरपुर। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में स्वास्थ्य विभाग में तैनात संविदा कर्मचारी महेंद्र बल्लभ का TB संक्रमण के कारण निधन हो गया। महेंद्र ने 19 जुलाई को आखिरी सांस ली। वह हमीरपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छानी में लैब टेक्नीशियन पद पर कार्यरत थे। जिले में TB मरीजों की सेवा करते हुए महेंद्र गांव-गांव जाकर लोगों को बीमारी से रोकथाम और सतर्क रहने की हिदायत देते थे। महेंद्र की कुछ वर्ष पहले शादी हुई थी, उनकी एक बेटी भी है। लिहाजा, उनकी असमायिक मौत के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई है।
TB मरीजों की सेवा करते हुए संविदा कर्मचारी महेंद्र की मौत कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी स्वास्थ्य विभाग के कई संविदा कर्मचारी लगातार सेवाएं देते हुए दिवंगत हो चुके हैं। इनमें कई कर्मचारी ऐसे थे जो अत्याधिक वर्क प्रेशर के कारण जल्द संक्रमित होकर जान गवां बैठें। इन मौतों के बाद पीड़ित परिवारों को राहत देने के लिए उत्तर प्रदेश क्षय रोग वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक संघ ने यूपी सरकार से मृतक कर्मचारियों को आर्थिक मदद देने की गुजारिश की है।
उत्तर प्रदेश क्षय रोग वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष करुणा शंकर मिश्रा कहते हैं,”प्रदेश में बीते 5 वर्षों में ड्यूटी के दौरान TB संक्रमण की चपेट में आने से कई संविदा कर्मचारी अपनी जान गवां चुके हैं। इनमें से अधिकांश को अभी तक अनुकंपा राशि नहीं दी गई। इसलिए मेरी सरकार से अपील है कि जल्द से जल्द मृतकों के आश्रितों को आर्धिक मदद और उन्हीं के स्थान पर नौकरी देने की कृपा करें।”
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश क्षय रोग विभाग ने बीती 27 मार्च से मृतक कर्मचारियों के लिए बीमा पॉलिसी की सुविधा शुरू की थी, लेकिन बावजूद इसके पीड़ित परिवारों को इसका कोई लाभ नहीं मिल पाया है।