मुंबई। महाराष्ट्र में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड मामले में गिरफ्तार 26 आरोपियों को मुंबई की विशेष मकोका कोर्ट में पेश किया गया। सुनवाई के दौरान इन आरोपियों में से एक नितिन गौतम सप्रे अपने बयान से पलट गया और उसने मुंबई पुलिस पर ही गंभीर आरोप लगा दिए। आरोपी ने कोर्ट में बयान देते हुए कहा कि उसका इस घटना में कोई हाथ नहीं है, लेकिन मुंबई पुलिस ने जबरन उसे गिरफ्तार कर लिया और धमकी दी कि मैं यह कबूल करूं।
मुंबई पुलिस ने कहा कि अगर मैंने जुर्म कबूल नहीं किया तो मुझे और मेरे परिवार को इस मामले में फंसा देंगे। पुलिस के दबाव में मुझे कबूल करना पड़ा। आरोपी ने यह भी कहा कि उसे जबरन न्यायिक हिरासत से बोरीवली पुलिस स्टेशन ले जाया गया। सप्रे ने बयान दिया था कि वह अनमोल बिश्नोई गैंग के संपर्क में था और दो आरोपियों को भी शरण दी थी।
बता दें कि दशहरे के दिन बाबा सिद्दीकी अपने बेटे जीशान सिद्दीकी के ऑफिस से जा रहे थे। तभी कुछ लोग आए और बाबा सिद्दीकी के कार के सामने दशहरे का जश्न मनाने लगा। इस बीच अचानक से उनकी गाड़ी पर फायरिंग कर दी गई। इस गोलीबारी में बाबा सिद्दीकी को कई गोलियां लगी। आनन-फानन में उन्हें नजदीकी अस्पताल में एडमिट करवाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। सिद्दीकी की हत्या के बाद सियासी गलियारों के साथ ही पूरे बॉलीवुड में भी शोक की लहर थी।