नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने एक बार फिर जातीय जनगणना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. बीते बुधवार को उन्होंने देश भर में जाति आधारित जनगणना कराने को लेकर जोर देते हुए कहा कि इस प्रक्रिया से प्राप्त आंकड़ों से समाज के उन वर्गों की वास्तविक आबादी जानने में मदद मिलेगी, जिन्हें और अधिक उत्थान की आवश्यकता है.
चिराग पासवान ने क्या कहा
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा, “हमारा रुख बिल्कुल स्पष्ट है – जाति आधारित जनगणना होनी चाहिए, क्योंकि उस समुदाय के लोगों को मुख्यधारा में लाने के लिए कई नीतियां जाति के आधार पर बनाई जाती हैं. सरकार के पास कम से कम उस समुदाय की जनसंख्या का आंकड़ा तो होना ही चाहिए, ताकि उसके अनुसार धन आवंटित किया जा सके
उन्होंने कहा, “हमारी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की प्राथमिकताएं समाज के उस वर्ग के लिए हमारी चिंताएं हैं जिसका हम प्रतिनिधित्व करते हैं. अगर उस वर्ग के साथ अन्याय होता है तो हमारी पार्टी की जिम्मेदारी है कि हम उस वर्ग की आवाज बनें