भारतीय कंपनी भारत बायोटेक के साथ ब्राजील ने अपना करार खत्म कर दिया है। ब्राजील ने भारत बायोटेक के साथ एक समझौता किया था। जिसके तहत भारत को ब्राजील के लिए दो करोड़ खुराक आपूर्ति का करार किया था, लेकिन क्लिनिकल ट्रायल में कोवाक्सिन का सफल परीक्षण नहीं हो पाया। जिसकी वजह से ब्राजील ने भारत बायोटेक के साथ करार रद्द करने का फैसला किया।
ब्राजील के स्वास्थ्य नियामक ने कहा कि भारत बायोटेक के कोवाक्सिन क्लिनिकल ट्रायल में सफल नहीं होने के बाद सरकार ने यह कदम उठाया है। ब्राजील के स्वास्थ्य नियामक ने कहा कि ब्राजील की दवा निर्माता कंपनी प्रेसीसा मेडिकामेंटॉस और एनविक्सिया फार्मेस्यूटिकल्स लिमिटेड की भारत बायोटेक के साथ डील हुई थी, जो नियामक सबमिशन, लाइसेंस, वितरण, बीमा और तीसरे चरण के नैदानिक परीक्षणों के संचालन का करार हुआ था, लेकिन कई मुद्दों पर सहमति नहीं बनने और क्लिनिकल ट्रायल में फिसड्डी होने के बाद समझौते को रद्द करने का फैसला किया गया।
ब्राजील से नहीं हुआ अग्रिम भुगतान- भारत बायोटेक
पीटीआई के अनुसार, डील रद्द होने के बाद भारत बायोटेक ने कहा कि कंपनी को ब्राजील से कोई अग्रिम भुगतान नहीं मिला है और नहीं उसने ब्राजील में स्वास्थ्य मंत्रालय को कोई टीके की आपूर्ति की है। हैदराबाद की दवा निर्माता ने कहा कि कंपनी ने करार ग्लोबल डील और कानूनों के तहत किया है और ब्राजील में भी उन्हीं नियमों का पालन किया जिनका उसने दुनिया के अन्य देशों में कोवाक्सिन की सफल आपूर्ति के लिए किया है।