पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान इन दिनों दक्षिण कोरिया के दौरे पर हैं। सोमवार को सियोल में मुख्यमंत्री ने देवू इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड के अध्यक्ष जंग वोन जू से मुलाकात कर पंजाब में निवेश बढ़ाने को लेकर विस्तृत चर्चा की।
मुख्यमंत्री मान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बताया कि देवू E&C के साथ उनकी बैठक बेहद सकारात्मक और उपयोगी रही। उन्होंने कहा कि पंजाब, वैश्विक कंपनियों के सहयोग से एक अधिक हरित, आधुनिक और मजबूत भविष्य के निर्माण को लेकर प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार देवू E&C को निवेश और औद्योगिक विस्तार के लिए हरसंभव सुविधा और पूरा संस्थागत सहयोग प्रदान करेगी। देवू E&C के अध्यक्ष जंग वोन जू ने वर्ष 2026 में होने वाले छठे प्रोग्रेसिव पंजाब इन्वेस्टर्स समिट में शामिल होने पर सहमति भी दी।
प्रवासी पंजाबी समुदाय के साथ संवाद
दक्षिण कोरिया प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री मान ने सियोल में बसे पंजाबी समुदाय से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की उद्योग-हितैषी नीतियों के चलते निवेशकों का रुझान लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में सियोल के पंजाबी समुदाय को पंजाब के ब्रांड एंबेसडर के रूप में कार्य करते हुए राज्य में निवेश आकर्षित करने में योगदान देना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबी जन्मजात उद्यमी हैं और सभी को राज्य के औद्योगिक विकास में अपनी भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि सरकार प्रदेश में उद्योगों के लिए अनुकूल वातावरण बनाने में जुटी है और अब प्रवासी पंजाबियों की जिम्मेदारी है कि वे अपनी जन्मभूमि के विकास में योगदान दें।
जापानी कंपनी के साथ 500 करोड़ के संभावित निवेश का समझौता
इससे पहले मुख्यमंत्री मान ने जापान यात्रा के दौरान 500 करोड़ रुपये के संभावित निवेश की घोषणा की थी। जापानी स्टील निर्माता आइची स्टील, जो टोयोटा की स्टील शाखा है, ने पंजाब में उद्योग विस्तार हेतु एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए थे।
मुख्यमंत्री के अनुसार यह राज्य के लिए महत्वपूर्ण दिन था, क्योंकि आइची स्टील पंजाब में भविष्य की औद्योगिक इकाई स्थापित करने की व्यवहार्यता पर विस्तृत अध्ययन करेगी, जिसमें लगभग 500 करोड़ रुपये के निवेश की संभावना शामिल है। दक्षिण कोरिया का यह दौरा पंजाब सरकार के अंतरराष्ट्रीय सहयोग और विदेशी निवेश बढ़ाने के प्रयासों को और मजबूती देने वाला माना जा रहा है।




