अयोध्या। 2017 में सरकार बनने के बाद दीपोत्सव के सृजनकर्ता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को अयोध्या पहुंचे। उन्होंने यहां दीपोत्सव को लेकर चल रही अंतिम चरण की तैयारियों को देखा और पथ प्रदर्शक के रूप में प्रशासनिक अधिकारियों को सहेजा। सभी तैयारियां के बारे में जानकारी ली, फिर आवश्यक निर्देश भी दिए। बता दें कि दीपोत्सव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पहली बार मौजूद रहेंगे। सबसे पहले वे साकेत महाविद्यालय पर बनाये जा रहे हैलीपैड गए। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन के पहले वहां की सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इसके बाद जिन स्थलों पर प्रधानमंत्री जाएंगे, वहां की भी तैयारियों को परखा। यहां कई विदेशी मेहमान व विशिष्ट अतिथि भी रहेंगे। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल व राम की पैड़ी समेत कई घाटों का स्थलीय निरीक्षण किया। यहां किस प्रकार दीप लगेंगे, कैसे प्रज्ज्वलित होंगे, किस प्रकार वालंटियरों की ड्यूटी लगाई गई है। सुरक्षा को लेकर भी मुख्यमंत्री ने पुलिस अफसरों को मुश्तैद रहने को कहा।
हर चौराहों पर सजेगी रंगोली, जलेंगे दीप
दीपोत्सव पर नगर निगम के हर चौराहों पर रंगोली सजेगी। साथ ही यहां दीप भी जलाये जाएंगे। यह भारतीय संस्कृति व सनातन परंपरा के भी वाहक बनेंगे।
श्रीराम मंदिर निर्माण कार्यों का लिया जायजा, रामलला के किये दर्शन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या दौरे में बुधवार को श्रीराम मंदिर निर्माण कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने रामलला व हनुमानगढ़ी के दर्शन भी किये और प्रदेश की खुशहाली व दीपोत्सव की समृद्धि की कामना की।
राज सदन भी गए मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को राज सदन भी गए। यहां उन्होंने राजा विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्रा से मुलाकात की। दीपोत्सव के दौरान विदेशी मेहमानों के शाही स्वागत और सह भोज के लिए वार्ता भी की। बता दें कि दक्षिण कोरिया के प्रथम नागरिक को भी निमंत्रण पत्र भेजा गया है। दक्षिण कोरिया से अयोध्या राज परिवार का पुराना नाता भी है। अयोध्या की राजकुमारी दक्षिण कोरिया की महारानी थीं।