चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने गुरुवार को विपक्ष की आलोचनाओं को खारिज करते हुए कहा कि राज्य सरकार पंजाब के समृद्ध इतिहास, संस्कृति, दर्शन और पवित्र गुरुओं की विरासत को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। वह यह बात पंजाबी यूनिवर्सिटी में ज़ारिया फाउंडेशन (जिसका नेतृत्व अभिनेता बिन्नू ढिल्लों करते हैं) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे, जहां सरकारी स्कूलों की मेधावी छात्राओं को टैबलेट वितरित किए गए।
सीएम मान ने गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत वर्षगांठ पर वर्षभर चले कार्यक्रमों का उल्लेख करते हुए कहा कि पंजाब ने गुरु के मानवतावाद, धार्मिक सहिष्णुता और सांप्रदायिक सद्भाव के संदेश को वैश्विक स्तर पर प्रचारित किया है। उन्होंने युवाओं में इन मूल्यों को स्थापित करने पर बल देते हुए पंजाबियों से अपील की कि वे अपनी सांस्कृतिक जड़ों को मजबूत करने के लिए पंजाब, पंजाबी और पंजाबियत को आगे बढ़ाएं।
विपक्ष द्वारा आनंदपुर साहिब में विधानसभा के विशेष सत्र पर हुए खर्च को लेकर की गई आलोचना को मुख्यमंत्री ने निराधार बताते हुए कहा कि राज्य सरकार धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को सम्मान देने के लिए पूरी निष्ठा से कार्य कर रही है। विपक्ष ने इस आयोजन को विकास कार्यों की कीमत पर “राजनीतिक तमाशा” बताया था।
इस दौरान सीएम मान ने जालंधर में हाल ही में 14 वर्षीय लड़की के साथ हुए बलात्कार और हत्या की घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने इसे “बेहद विचलित करने वाला” बताया और महिलाओं व बच्चों के खिलाफ अपराधों पर ज़ीरो टॉलरेंस की नीति दोहराई।




