गोरखपुर/लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आम समाज को जागरूक करने में प्रबुद्धजनों की बड़ी भूमिका होती है। आज यूपी व गोरखपुर विकास-सुशासन के जिस नित नए प्रतिमान को स्थापित कर रहा है, उसमें प्रबुद्ध जनों द्वारा जनजागरण से जुड़ने की भूमिका का निर्वहन किया गया। उसी का परिणाम है कि देश में यूपी की छवि बदली है। यूपी बीमारू राज्य से हटकर विकसित राज्य की तरफ होते हुए नंबर एक अर्थव्यवस्था की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। प्रदेश देश की अर्थव्यवस्था को ग्रोथ इंजन के रूप में तैयार करता है तो आने वाले समय में नौकरी व रोजगार के लिए नौजवानों को दूसरे प्रदेश व देश में नहीं जाना पड़ेगा, बल्कि वहां के लोगों को यहां आना पड़ेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को महंत दिग्विजयनाथ पार्क में प्रबुद्धजन सम्मेलन में उपस्थित लोगों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने बटन दबाकर 950 करोड़ की 4 बड़ी परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया।
10 साल पहले शासन से उपेक्षित था गोरखपुर
सीएम ने कहा कि सकारात्मक ऊर्जा हमेशा आगे बढ़ाती है। इसी का परिणाम है कि सुशासन व बेहतर कानून व्यवस्था के जरिए निवेश, पर्यटन, आर्थिक समेत सभी क्षेत्र में विकास के लिए प्रदेश ने खुद को स्थापित किया है। गोरखपुर इसका उदाहरण है। गोरखपुर की छवि 10 साल पहले क्या थी। शासन से सदा उपेक्षित था। कानून व्यवस्था, गोरखपुर की छवि, जनता को मिलने वाली बिजली, सड़कें, कनेक्टिविटी की सुविधा ठीक नहीं थी। कोई यहां निवेश नहीं करना चाहता था। गोरखपुर के नाम से लोगों में भय होता था पर पांच साल में आपने गोरखपुर की बदली छवि को देखा है। अब गोरखपुर का नाम लेने से सम्मान का भाव प्रदर्शित होता है। इसे बनाए और बरकरार रखने, अभिवृद्धि करने का दायित्व हर नागरिक पर है। मेरा नगर, कस्बा, गांव, प्रदेश व देश इस सम्मान के लिए सदैव लोगों की जुबान पर रहे।
बंद खाद कारखाना चलाया गया, आज गोरखपुर में 4-4 विश्वविद्यालय
सीएम ने कहा कि 1990 में यहां खाद कारखाना बंद हो गया था। पूर्वी उप्र का एकमात्र बीआऱडी मेडिकल कॉलेज को विपक्षी सरकार कबका यहां से हटवा दी होती। डबल इंजन की सरकार में अब गोरखपुर में न सिर्फ कारखाना चल चुका है बल्कि 105 फीसदी उर्वरक उत्पादन से भी जुड़ा है। पीएम के विजनरी नेतृत्व में कमोबेश रसायन की पूर्ति भी की जा रही। पिछली सरकारों में बंद पड़े उर्वरक कारखानों को फिर से चलाया गया। आज मेडिकल कॉलेज की तस्वीर बदल चुकी है। मेडिकल कॉलेज के साथ एम्स ने भी बेहतरीन तरीके से सेवाएं देना प्रारंभ कर दिया। शिक्षा के बेहतरीन हब के रूप में गोरखपुर स्थापित हो रहा है। अकेले गोरखपुर में 4-4 विश्वविद्यालय हैं। कनेक्टिविटी अच्छी हुई है। लखनऊ-गोरखपुर, गोरखपुर-आमजगढ़- अंबेडकर होते हुए लखनऊ की नई कनेक्विटी मिल रही है। गोरखपुर-वाराणसी की बेहतर कनेक्टिविटी हो चुकी है। पहले 6-7 घंटे लगते थे, अब वह दूरी ढाई से 3 घंटे में पूरी कर सकते हैं। नेपाल की कनेक्टिवटी सुधारी गई। गोरखपुर से देवरिया-कुशीनगर की कनेक्टिविटी के साथ ही ट्रेन व वायु सेवाओं की कनेक्टिविटी में भी काफी सुधार हुआ। बुनियादी सुविधाओं में सुधार हुआ। मेडिकल कॉलेज, सोनौली मार्ग को फोरलेन से जोड़ा गया। देवरिया मार्ग को फोरलेन बनाने का शिलान्यास कर रहे हैं। आजाद चौक व रुस्तमपुर से जोड़ते हुए 6 लेन का फ्लाईओवर बनेगा। देवरिया बाईपास के लिए 2 लेन का फ्लाईओवर बनेगा। इससे जाम की समस्या का समाधान हो जाएगा। सिंगल लेन को 2 लेन, 2 लेन को 4 लेन, 4 लेन को 6 लेन बनाने का कार्य हो रहा है। इंसेफेलाइटिस के लिए न सिर्फ बेहतरीन सेंटर दिए गए, बल्कि स्वच्छ भारत मिशन, नमामि गंगे परियोजनाओं से इसके कारणों का समाधान किया जा रहा है।
कई भाषाओं के लोग आकर कर रहे शूटिंग
सीएम ने कहा कि रामगढ़ताल में रवि किशन (गोरखपुर के सांसद) जैसे अभिनेताओं के लिए शूटिंग के बेहतर केंद्र बन गए हैं। मुंबई से यहां पूरी यूनिट को लाकर अन्य कई भाषाओं की फिल्म की भी शूटिंग हो रही है। पिछले दिनों मलयालम भाषा के निर्देशक मिले थे। वे गोरखपुर आकर शूटिंग करने के साथ स्थानीय कलाकारों को मौका व रोजगार दे रहे हैं। गोरखपुर को फिल्म सिटी व पर्यटन के रूप में विकसित करने में योगदान दे रहे हैं।
32 हजार गरीबों को शहरी क्षेत्र में मिले पीएम आवास
सीएम ने बताया कि गोरखपुर शहरी क्षेत्र में 32 हजार गरीबों को पीएम आवास, 29 हजार पटरी व्यवसाइयों को ब्याज फ्री लोन मिला। गोरखपुर में रोजगार के लिए व्यापक निवेश हो रहा है। आसपास के क्षेत्रों में पहले व्यापक जलजमाव होता था, इससे मुक्ति के लिए अभियान चलाए गए। घघसरा, उनवल, उरुवा, कैंपियरगंज समेत कई नए नगर निकाय बनाए गए। यहां के विकास व रोजगार के लिए सरकार ने तमाम कदम उठाए। सीएम ने आमजन का भी आह्वान किया कि इस सकारात्मक अभियान के लिए राजनीति व स्वार्थ से उठकर परमार्थ के लिए कार्य करें। परमार्थ से जुड़ना हर किसी के लिए पुण्यदायी हो सकता है।
जीआईएस के जरिए 10 लाख करोड़ से अधिक के निवेश का लक्ष्य
सीएम ने आह्वान किया कि हम सभी को जनपद, प्रदेश व देश को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए। सरकार 10 से 12 फरवरी तक यूपी में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) का आयोजन करने जा रही है। इसमें 10 लाख करोड़ से अधिक के निवेश और उसके जरिए एक लाख युवाओं को रोजगार व नौकरी से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। पीएम मोदी ने मिशन रोजगार के तहत कार्यक्रम शुरू किए। अग्निवीर कार्यक्रम प्रारंभ हो चुके हैं। प्रदेश सरकार 5 लाख युवाओं को नौकरी दे चुकी है। कोई मेडिकल कॉलेज, विश्वविद्यालय, चिकित्सालय, स्कूल या एमएसएमई के जरिए निवेश करता है तो वह हमारे लिए अभिनंदनीय है। सरकार ने इसके लिए 25 पॉलिसी बनाई है। आप आवेदन कीजिए, सुविधाएं मिलेंगी।
इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं
सीएम ने कहा कि गोरखपुर को पूर्वी उप्र के शिक्षा, स्वास्थ्य, निवेश, पर्यटन, रोजगार के केंद्र में विकसित करना है। इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। इससे हमें भी जुड़ना होगा। विकास का यह क्रम निरंतर बढ़ता रहे। विकास ही जीवन में परिवर्तन लाएगा। विकास की प्रक्रिया के साथ जुड़कर अपनी व आने वाली पीढ़ी के भविष्य को उज्ज्वल बनाने की दिशा में प्रयास करना चाहिए।
प्रबुद्धजन नहीं होते तो हम सफल नहीं होते
गोरक्षपीठाधीश्वर ने कहा कि प्रबुद्धजन गोरखपुर को सकारात्मक ऊर्जा के साथ और तेजी से बढ़ाएं। प्रबुद्धजन नहीं होते तो हम गोरखपुर में सफल नहीं हो पाते। 25 वर्षों में विकास, कानून व्यवस्था समेत किसी भी मुद्दे पर जब हमने आंदोलन किया तो प्रबुद्धजन व हर नागरिक खड़ा हुआ। हमें और अच्छे मॉडल खड़े करने होंगे। हमें नौजवानों, शिक्षा केंद्रों, किसानों को जोड़कर नयापन करना होगा। हर फील्ड में आप नया करते हैं तो वह मॉडल बनेगा। पूर्वी उप्र, बिहार व नेपाल का बड़ा भूभाग विकास के लिए गोरखपुर की तरह देखता है। गोरखपुर में चिड़ियाघर है तो रामगढ़ताल भी है, एम्स है व वायुसेवा की बेहतरीन सुविधा भी हो चुकी है। सीएम ने बताया कि बुनियादी सुविधाओं के लिए नए निकायों के लिए अलग से 550 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए गए हैं।
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विकास की यात्रा में प्रबुद्धजनों ने भी रखी बात
विकास की यात्रा के दौरान यहां वरिष्ठ अधिवक्ता अमिताभ त्रिपाठी ‘अटल’, उद्योगपति एसके अग्रवाल, शिक्षाविद प्रो. आरसी श्रीवास्तव, आईएमए के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. आरपी त्रिपाठी ने भी अपनी बातें रखीं।
प्रबुद्धजन सम्मेलन में सम्मिलित हुए जनप्रतिनिधि
प्रबुद्धजन सम्मेलन में महापौर सीताराम जायसवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष साधना सिंह, विधान परिषद सदस्य व क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह, सांसद रविकिशन शुक्ल, कमलेश पासवान, राज्यसभा सांसद डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल, पूर्व राज्यसभा सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री शिवप्रताप शुक्ल, विधायक विपिन सिंह, महेंद्र पाल सिंह, फतेह बहादुर सिंह, राजेश त्रिपाठी, श्रीराम चौहान, प्रदीप शुक्ल, सरवन निषाद, डॉ. विमलेश पासवान, विधान परिषद सदस्य सीपी चंद आदि मौजूद रहे।
गोरक्ष नगरी को मिली पहले सिक्सलेन फ्लाईओवर की सौगात
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को दिग्विजयनाथ पार्क में 950 करोड़ की 4 बड़ी परियोजनाओं का शिलान्यास कर गोरखपुर के विकास में एक और कड़ी जोड़ी।
1- सीएम ने गोरखपुर के बहुप्रतीक्षित पहले सिक्सलेन फ्लाईओवर की सौगात दी। इसका निर्माण ट्रांसपोर्ट नगर चौराहे से देवरिया बाईपास तिराहा होते हुए पैडलेगंज की ओर बनेगा। साथ ही 4 लेन द्वारा देवरिया बाईपास रोड की तरफ जोड़ने के लिए फ्लाईओवर का भी निर्माण कराया जाएगा।
2- राप्ती नदी पर कटानिया/महेवा नाले के इंटरसेप्शन, डायवर्जन व ट्रीटमेंट से संबंधित परियोजना का शिलान्यास किया।
3- गोरखपुर देवरिया बाईपास रोड व अन्य मार्गों को फोर लेन में चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण कार्य की भी सीएम ने शुरुआत की।
4- नौकायन से देवरिया बाईपास शिव मंदिर तथा वाणिज्यकर भवन तक फोर लेन चौड़ीकरण कार्य का शुभारंभ किया।