नई दिल्ली। कोरोना वायरस को लगातार नकारना एक शख्स को भारी पड़ गया। मास्क ना लगाने की वजह से पहनना भारी पड़ गया। हम बात कर रहे हैं एक ऐसे शख्स की जो कोरोनावायरस को एक झूठ मानता था। गैरी मैथ्यू नाम के इस शख्स की 12 जनवरी को कोविड-19 संक्रमण से जान चली गई।
46 साल का गैरी एक हफ्ते पहले कोरोना वायरस की वजह से बीमार पड़ गया था। गैरी के परिवार वालों के मुताबिक कोरोना वायरस को असल में नहीं मानता था, इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने जैसी गाइडलाइंस को नहीं मानता था।
मैथ्य के चचेरे भाई ट्रिस्टन कोपलैंड का कहना है कि वो मैथ्य से मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की अपील करते रहते थे। ट्रिस्टन ने बताया कि मैथ्यू और उसके दोस्तों सरकार को गलत साबित करने के लिए जानबूझकर बाहर जाते थे और लोगों से मुलाकात करते थे।