नई दिल्ली/गांधीनगर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज गुजरात के गांधीनगर में डिफेंस एक्सपो 2022 (DefExpo 2022) का उद्घाटन किया। साथ ही पीएम मोदी ने 52 विंग वायु सेना स्टेशन डीसा की आधारशिला रखी। पीएम मोदी ने कहा कि DefExpo 2022 अभूतपूर्व है। यह एक नई शुरुआत का प्रतीक है।
उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि डिफेंस एक्सपो 2022 न्यू इंडिया की एक भव्य तस्वीर को दर्शा रहा है। इसका संकल्प अमृत काल के दौरान हमारे द्वारा लिया गया था। इसमें देश का विकास, राज्यों की भागीदारी, युवा शक्ति, युवा सपने, युवा साहस और युवा झमताएं हैं।
अपने दो दिवसीय गुजरात दौरे के दौरान पीएम मोदी 15,670 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का भी शुभारंभ करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बताया कि ‘Path to Pride’ थीम के तहत आयोजित होने वाली डिफेंस एक्सपो में प्रदर्शनी में रक्षा क्षेत्र में भारतीय कंपनियों की अब तक की सबसे बड़ी भागीदारी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार में आने के बाद हमने डीसा में ऑपरेशनल बेस बनाने का फैसला लिया है। हमारी सेनाओं की ये अपेक्षा आज पूरी हो रही है। ये क्षेत्र अब देश की सुरक्षा का एक प्रभावी केंद्र बनेगा।
नए भविष्य की जोरदार शुरुआत
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश के अब तक के सबसे बड़े डिफेंस एक्सपो ने एक नए भविष्य की जोरदार शुरुआत की है। मुझे पता है कि इससे कुछ देशों को भी असुविधा हुई है, लेकिन कई देश सकारात्मक मानसिकता के साथ हमारे साथ आए हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा हमारे देश में पहले भी डिफेंस एक्सपो होते थे, लेकिन DefExpo 2022 अभूतपूर्व है। यह एक नई शुरुआत का प्रतीक है। यह देश का पहला ऐसा डिफेंस एक्सपो है, जहां सिर्फ भारतीय कंपनियां ही हिस्सा ले रही हैं, जहां सिर्फ मेड इन इंडिया डिफेंस इक्विपमेंट हैं।
नए भारत का एक नया उद्देश्य है एक्सपो की थीम
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत को एक मजबूत, आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने के पीएम मोदी के विजन के अनुरूप इस एक्सपो की थीम गौरव का मार्ग (Path to Pride) है। यह थीम सिर्फ एक विषय नहीं है, बल्कि नए भारत का एक नया उद्देश्य है।
राष्ट्रीय स्तर पर विकसित हुए NFSU और RRU
डिफेंस एक्सपो 2022 में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि पीएम मोदी ने राज्य के युवाओं को रक्षा और सुरक्षा प्रबंधन का ज्ञान प्रदान करने के लिए 2009 में गुजरात फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (GFSU) और रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय (RRU) की शुरुआत की। ये अब राष्ट्रीय स्तर पर NFSU और RRU के रूप में विकसित हो गए हैं।